लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चलाए जा रहे पौधरोपण अभियान ने अभूतपूर्व गति पकड़ ली है। महज एक योजना से शुरू हुई यह पहल अब एक हरित महायज्ञ में बदल चुकी है, जिसमें आमजन से लेकर संत समाज, सुरक्षाबल, सामाजिक कार्यकर्ता, विद्यार्थी और संस्थाएं तक जुट गई हैं। पर्यावरण संरक्षण का यह संकल्प अब जनभागीदारी का प्रतीक बन गया है।
वॉटर वुमेन शिप्रा पाठक ने रोपे 51 लाख पौधे
वॉटर वुमेन के नाम से प्रसिद्ध शिप्रा पाठक ने 11 नदियों के किनारे 51 लाख पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अद्भुत कार्य किया है। बदायूं निवासी प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर शिप्रा पाठक ने बताया कि पंचतत्व संस्था की स्थापना कर एक करोड़ पौधरोपण का संकल्प लिया गया है।
खाकी वाले ट्री मैन की अनोखी पहल, लगाए 4.7 लाख पौधे
पर्यावरण प्रभारी लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में कार्यरत मुकेश बाबू सिंह चौहान अपनी माता अनारा देवी शहीद संस्थान के माध्यम से पौधरोपण अभियान चला रहे हैं। वे लखनऊ में ‘खाकी वाले ट्री मैन’ के रूप में जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रेरणा लेकर वे अब तक लगभग 4.70 लाख पौधे लगा चुके हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा योगी मॉडल
उत्तर प्रदेश सरकार की यह हरियाली नीति अब अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुकी है। महाराष्ट्र की सुजाता सिंह भी यूपी आकर इस अभियान में योगदान दे रही हैं। महापुरुषों की जयंती, जन्मदिवस और त्योहारों पर पौधारोपण कर इस पहल को जनांदोलन का रूप दिया जा रहा है।
हर व्यक्ति बन रहा हरियाली का ब्रांड एंबेसडर
मुकेश बाबू ने बताया कि सीआईएसएफ, इसरो, पीएसी, सीबीसीआईडी, विधि विज्ञान प्रयोगशाला, स्कूल-कॉलेज के कैंपस में पौधे रोपे जा रहे हैं। आमजन इस अभियान में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। लखनऊ, सीतापुर, बाराबंकी, इटावा सहित अनेक जिलों में निःशुल्क पौधे वितरित कर रोपे जा रहे हैं।
मलिहाबाद में नर्सरी, स्कूलों में पौधे लगाकर अभियान से जुड़ रहे बच्चे
मलिहाबाद में तैयार की गई विशेष नर्सरी के माध्यम से बच्चों को भी इस अभियान से जोड़ा जा रहा है। स्कूली बच्चों के साथ मिलकर उनके हाथों से पौधे लगवाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें बचपन से ही पर्यावरण की जिम्मेदारी का बोध कराया जा सके।
संत समाज भी हुआ शामिल, सप्तर्षि वाटिका में लगाए जा रहे विशेष पौधे
प्रयागराज में बड़े हनुमान मंदिर, संगम तट के महंत पूज्य बलवीर गिरी जी महाराज के नेतृत्व में सप्तर्षि वाटिका में तुलसी, बेल, दूर्वा, चिचिड़ा, शमी जैसे धार्मिक और औषधीय महत्व वाले पौधे लगाए जा रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सम्मानित सबसे कम उम्र के गंगा सेवक मानस चिरविजय का कहना है कि यह कार्य सिर्फ अभियान नहीं, एक आध्यात्मिक यज्ञ है।
अयोध्या में पौधरोपण अभियान बना आंदोलन
अयोध्या में रघुवंश संकल्प सेवा के प्रमुख स्वामी दिलीप दास त्यागी एक लाख से अधिक पौधे रोप चुके हैं। उन्होंने कहा कि पौधरोपण अभियान अब एक आंदोलन बन चुका है, जो प्रदेश को न केवल हरियाली की ओर ले जा रहा है, बल्कि पर्यावरणीय चेतना का संदेश भी दे रहा है। यह पहल भावी पीढ़ियों को एक स्वच्छ, हरित और सुरक्षित भविष्य देने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
9 जुलाई को रचा विश्व कीर्तिमान, एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे
‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के तहत 9 जुलाई 2025 को उत्तर प्रदेश ने एक ही दिन में 37 करोड़ से अधिक पौधे लगाकर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। यह उपलब्धि प्रदेश की जनता, 26 विभागों और 75 जिलों की सामूहिक सहभागिता का परिणाम है।
पौधरोपण के साथ जिम्मेदारी भी सौंपी जा रही
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीति केवल पौध लगाने तक सीमित नहीं है। प्रत्येक पौधे की देखभाल, सुरक्षा और सिंचाई की पुख्ता व्यवस्था की गई है। स्कूल, कॉलेज, पंचायत भवन, थानों और सड़कों के किनारे पौधों को संरक्षित करने के लिए सामुदायिक सहभागिता को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।