ब्यूरो: Sambhal: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हर साल आयोजित होने वाले नेजा मेले पर इस बार प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। महमूद गजनवी के भांजे और सैन्य कमांडर सैयद मसूद गाजी की याद में लगने वाले इस मेले की अनुमति रद्द कर दी गई है। साथ ही, प्रशासन ने उस स्थान को सीमेंट से भरकर स्थायी रूप से बंद कर दिया, जहां प्रतीकात्मक रूप से मेला शुरू करने के लिए ध्वज गाड़ा जाता था।
बता दें कि संभल में नेजा मेले को लेकर पहले से ही विवाद की स्थिति बनी हुई थी। बीते दिनों नेजा मेला कमेटी ने 18 मार्च को मेले की शुरुआत के लिए ध्वज गाड़ने की घोषणा की थी। लेकिन सोमवार को प्रशासन ने उस गड्ढे को सीमेंट से भरकर हमेशा के लिए बंद करवा दिया। इलाके में इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
पुलिस प्रशासन ने इस बार नेजा मेले की अनुमति देने से साफ इंकार कर दिया। एएसपी श्रीशचंद्र ने बयान देते हुए बताया कि सोमनाथ मंदिर और हजारों हिंदू मंदिरों को लूटने वाले हमलावर के नाम पर किसी मेले का आयोजन नहीं होगा।
संभल में हर साल होली के दूसरे मंगलवार को नेजा मेला आयोजित होता है। मेले की शुरुआत एक 30 फीट ऊंचे पोल को गाड़ने से होती है, जिसके शीर्ष पर हरा झंडा लगाया जाता है। यह मेला महमूद गजनवी के भांजे सैयद सालार मसूद गाजी की याद में आयोजित किया जाता है। लेकिन प्रशासन का कहना है कि सैयद सालार मसूद गाजी एक आक्रमणकारी था, जिसने भारत में लूटपाट की और सोमनाथ मंदिर पर भी हमला किया था।