ब्यूरो: अयोध्या में 28 अक्टूबर से 4 दिवसीय दीपोत्सव समारोह की शुरुआत होने जा रही है। इस दौरान अयोध्या में त्रेता युग जीवंत होगा। अयोध्या में 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के दौरान भक्त भव्य दीपोत्सव समारोह देख सकते हैं। प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद, साल 2017 से ही अयोध्या में सरयू घाट पर रिकॉर्ड संख्या में दीपोत्सव समारोह होता है। इस दीपोत्सव समारोह के देश-विदेश के हजारों-लाखों भक्त साक्षी बनते हैं। इस बार अयोध्या में दीपोत्सव समारोह और भी भव्य होगा, क्योंकि इस साल ही भगवान राम अयोध्या में बने अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके हैं।
इस बार का दीपोत्सव है खास
वैसे तो साल 2017 से ही अयोध्या में सरयू घाट पर दीपोत्सव होता है। लेकिन इस बार 8वें दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर सीएम योगी के विजन कार्ययोजना तय हो चुकी है। इस बार का दीपोत्सव कार्यक्रम कई मायनों में खास होने जा रहा है। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि रामलला के मंदिर में विराजने के बाद पहली बार दीपोत्सव होगा। इसलिए प्रदेश की योगी सरकार ने इसे भव्य बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस बार राम की पैड़ी, नया घाट समेत अलग-अलग घाटों पर 25 लाख से ज्यादा दीयों को सजाया जाएगा।
सीएम योगी करेंगे राज्याभिषेक
इस बार राम की पैड़ी पर 25 लाख दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। इसी के साथ 10 लाख दीप अयोध्या नगर क्षेत्र में जलाए जाएंगे, यानी कुल 35 लाख दीपों से अयोध्या जगमगाएगा। 35 लाख दीपों को एक साथ जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। इतना ही नहीं, इस बार श्रीराम, मां सीता और लक्ष्मण के स्वरूपों का हेलीकॉप्टर से रामकथा पार्क के हेलीपैड पर प्रतीकात्मक पुष्पक विमान द्वारा अवतरण होगा और भरत मिलाप कार्यक्रम होगा। प्रदेश की राज्यपाल और सीएम योगी की तरफ से श्रीराम जानकी पूजन, आरती एवं श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक किया जाएगा।
इस बार के अयोध्या दीपोत्सव में त्रेता युग को जीवंत किया जाएगा। प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने निर्देश दिए हैं कि 25 लाख से ज्यादा दीप जलाकर राम नगरी अयोध्या में त्रेतायुग जीवंत करने की कोशिश करें। मेन आयोजन 30 अक्टूबर को रामपथ, रामकथा पार्क, राम की पैड़ी, सरयू तट आदि स्थानों पर होगा। 3 बजे राज्यपाल, सीएम योगी, प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम और मंत्रीमंडल के सदस्य रामकथा पार्क अयोध्या में पहुंचकर शोभायात्रा की झाकियों का अवलोकन करेंगे।