एटा के अवंती बाई लोधी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एक ही सीरिंज के इस्तेमाल पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को कहा कि कॉलेज के प्राचार्य से स्पष्टीकरण मांगा गया था, जिसमें कहा गया था कि एक डॉक्टर द्वारा कई रोगियों पर एक सीरिंज का इस्तेमाल करने के बाद एक बच्ची एचआईवी पॉजिटिव पाई गई है।
पाठक ने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि एटा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक द्वारा एक ही सीरिंज से कई मरीजों को इंजेक्शन लगाने और एक बच्चे की जांच रिपोर्ट एचआईवी पॉजीटिव आने से संबंधित घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इसी कड़ी के एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि अगर कोई डॉक्टर दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बच्चे के माता-पिता ने शनिवार को जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल से मुलाकात की और शिकायत की कि कई बच्चों के लिए एक ही सीरिंज का इस्तेमाल किया गया है।
बच्चे का रिश्तेदारों ने दावा किया कि उसे 20 फरवरी को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, जब उसने एचआईवी पॉजिटिव का परीक्षण किया तो उसे देर रात स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अस्पताल से बाहर कर दिया गया।
डीएम ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू की गई और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंप दी गई है। पीटीआई के अनुसार एटा के सीएमओ उमेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में पता चला और जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए। जांच पूरी होने पर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।