लखनऊ: 10-12 फरवरी 2023 को लखनऊ में होने वाले उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले राज्य के मंत्री और अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई देशों के दौरे पर है। दस दिनों के लंबे विदेशी दौरे ने सभी के लिए अच्छा प्रदर्शन किया और राज्य हज़ारों करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त करने में सफल रहा है।
इस दौरे के बाद जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन के प्रमुख निवेशकों के भी यूपीजीआईएस 2023 का हिस्सा बनने की उम्मीद है। इस दौरे पर औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद और कई अन्य अधिकारियों ने उद्यमियों और कंपनियों से मुलाक़ात की, नतीजतन कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर भी हुए।
यूपी औद्योगिक मंत्री नंदगोपाल नंदी के मुताबिक़, सभी देशों में रोड शो बहुत कामयाब रहे और यूपीजीआईएस 2023 के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों से उद्यमी और निवेशकों के बीच सहमति बनी, जिसमें फार्मास्युटिकल्स, बिजनेस चैंबर, बिज़नेस डेवलपमेंट, निवेश, पूंजी बाज़ार, वाहन मोटर उद्योग, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और विकास, दूरसंचार और खाद्य प्रसंस्करण के साथ-साथ इससे संबंधित उद्योग रक्षा क्षेत्र शामिल हैं।
इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वाहन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, फूड प्रोसेसिंग आदि क्षेत्रों से बेल्जियम के निवेशक भी यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 में भाग लेंगे। बेल्जियम के कई बेवरेजेज को भी यहां अपनी डिस्टिलरी और वाइन उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
सभी संभावित निवेशों में से, यह स्वीडन का आईकेईए है जो सबसे अधिक ध्यान खींच रहा है। IKEA ने उत्तर प्रदेश में खुदरा स्टोर और मॉल खोलने के लिए 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की इच्छा ज़ाहिर की है, यहां तक कि स्वीडन की हथियार बनाने वाली कंपनी के भी राज्य में हथियार संयंत्र लगाने की उम्मीद है।
दूसरी तरफ स्वीडिश कंस्ट्रक्शन कंपनी, Sernekeintends ने भी राज्य में फिल्म सिटी प्रोजेक्ट में 10,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का इरादा दिखाया है। लक्समबर्ग स्थित, बोसॉन एनर्जी ने स्टॉकहोम रोड शो में उत्तर प्रदेश में अपशिष्ट से ऊर्जा परियोजना स्थापित करने के लिए 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है।
वहीं कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, नोएडा-ग्रेटर नोएडा की सीईओ रितु माहेश्वरी, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह, निवेशकों को लुभाने के लिए ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर समेत कई देशों के दौरे पर हैं। YEIDA क्षेत्र में तीन जापानी कंपनियां 17,500 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। YEIDA ने जापान में रोड शो के दौरान निवेश के लिए कई कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एक बड़ी कंपनी ने मेडिकल डिवाइस पार्क में 20 हज़ार करोड़ रुपए तक के निवेश की इच्छा जताई है।
इसके साथ ही सिंगापुर में चार दिवसीय प्रेजेंटेशन के दौरान, देश के निवेशकों ने डेटा सेंटर, लॉजिस्टिक्स सेवाओं और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश में लगभग ₹20,000 करोड़ का निवेश किया है।
जल शक्ति और बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और यूपी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट (यूपीजीआईएस) प्रतिनिधिमंडल द्वारा, चार दिन के प्रेजेंटेशन के बाद निवेश किए गए, इसके अलावा, यूपी सरकार ने 15-19 दिसंबर की यात्रा के दौरान सिंगापुर में मौजूद निगमों और निवेशकों के साथ 12 वित्तीय समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।
वहीं सिंगापुर के ₹20,000 करोड़ का इरादा निवेश बुनियादी ढांचे, हाइपरस्केल डेटा केंद्रों, अंतर्देशीय जलमार्गों, रसद और भंडारण, खाद्य और कृषि-प्रसंस्करण, शैक्षणिक संस्थानों, कौशल केंद्रों, अपशिष्ट प्रबंधन और इसी तरह के अन्य क्षेत्रों में होगा।
विभाग के अधिकारी के मुताबिक़, यूपी में सेमीकंडक्टर (एफएबी), आईटी पार्क, कृषि प्रसंस्करण, कौशल, जलमार्ग और स्मार्ट सिटी में निवेश के लिए सोमवार को लगभग ₹7,700 करोड़ और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
यूपी उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक अगले साल फरवरी में होने वाले इन्वेस्टर्स समिट के लिए 7 से 16 दिसंबर तक मैक्सिको, ब्राज़ील और अर्जेंटीना के दौरे पर थे। वहां उन्होंने उद्यमियों, औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों और व्यापार मंडल के अधिकारियों से मुलाक़ात की।
प्रदेश में निवेश को लेकर द्विपक्षीय वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि यूपी में निवेश की अनंत संभावनाएं हैं। पाठक ने मेक्सिको में कृषि, वैकल्पिक ऊर्जा, आईटी क्षेत्र के उद्यमियों से मिले और अंतर्राष्ट्रीय मक्का और गेहूं सुधार केंद्र का दौरा किया और यूपी में केंद्र खोलने के बारे में वैज्ञानिकों से चर्चा की।
पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश निवेश का एक बड़ा बाज़ार है, ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट में ब्राज़ील, मेक्सिको, और अर्जेंटीना के साथ क़रार हुए हैं और वह बड़ा निवेश उत्तर प्रदेश में करेंगे। 100 साल पहले ब्राज़ील में भारत की गाय गई थी जो आज 80 लीटर दूध देती है ऐसे ही कई डेयरी, खाद्य पदार्थ उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा।
-PTC NEWS