Friday 23rd of May 2025

भक्ति, शक्ति, बुद्धि और युक्ति का संगम है हनुमानगढ़ी: योगी आदित्यनाथ

Reported by: Gyanendra Kumar Shukla, Editor, PTC News UP  |  Edited by: Mohd. Zuber Khan  |  May 23rd 2025 03:19 PM  |  Updated: May 23rd 2025 03:23 PM

भक्ति, शक्ति, बुद्धि और युक्ति का संगम है हनुमानगढ़ी: योगी आदित्यनाथ

अयोध्या: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने एक दिवसीय अयोध्या दौरे के दौरान हनुमानगढ़ी में श्रीहनुमत कथा मंडपम का भव्य लोकार्पण किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित समारोह में उन्होंने अयोध्या की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक प्रगति की चर्चा करते हुए सनातन धर्म की रक्षा और इसके वैश्विक प्रचार-प्रसार के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। अपने संबोधन में उन्होंने हनुमानगढ़ी को भक्ति, शक्ति, बुद्धि और युक्ति का संगम बताते हुए इसे सनातन धर्म का एक अडिग गढ़ बताया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में अयोध्या को अव्यवस्थाओं में झोंककर इसे अपमानित करने का कार्य किया गया। वहीं 2014 और 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार में अयोध्या का विकास डबल स्पीड से हुआ है। सीएम योगी ने यह भी कहा कि हमें अपने मित्र और शत्रुओं की पहचान रखना जरूरी है। देश को सनातन धर्म के मार्ग में बाधा डालने वालों को चिह्नित करना होगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म भारत के अस्तित्व की पहचान है और इसकी गरिमा और सम्मान के विरुद्ध हमें कुछ भी स्वीकार नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि उसके अंत की शुरुआत हो चुकी है और आतंकवाद ही उसके अंत का कारण बनेगा।  

'त्रेतायुगीन विरासत' और 'सनातन धर्म' का रक्षक है 'हनुमानगढ़ी'

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत हनुमानगढ़ी के त्रेतायुगीन टीले को कोटि-कोटि नमन करते हुए कहा की यहां से हनुमान जी महाराज ने अयोध्या धाम की रक्षा की है। उन्होंने बाबा अभयराम दास जी महाराज को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह श्रीहनुमत कथा मंडपम बाबा अभयराम दास जी की दूरदर्शिता और वैष्णव अखाड़ों की सनातन परंपरा का जीवंत प्रतीक है। उनकी कृपा से आज हम इस भव्य स्वरूप को देख रहे हैं। उन्होंने हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन, पूज्य संतों और नागाओं की प्रशंसा की, जिन्होंने एक-एक पाई बचाकर इस मंडपम का निर्माण किया। सीएम योगी ने कहा कि हनुमानगढ़ी केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए योद्धा भाव का प्रतीक है। यह मंडपम आने वाली पीढ़ियों के लिए हनुमानगढ़ी के वैभव को संरक्षित रखेगा। उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ी का यह मंडपम न केवल आध्यात्मिक केंद्र बनेगा, बल्कि सत्संग और कथाओं के माध्यम से सनातन धर्म के मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाएगा। उन्होंने हनुमानगढ़ी के नागाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आपका इतिहास सनातन धर्म के उस कालखंड की सेना के रूप में जाना जाता है, जब देश विधर्मियों आक्रांताओं से त्रस्त था तब अखाड़ों ने सनातन धर्म की रक्षा केलिए स्वयं को समर्पित किया था।

अव्यवस्था से वैभव की ओर बढ़ी अयोध्या, हुआ है कायाकल्प 

मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि 2014 और 2017 से पहले अयोध्या अव्यवस्था, टूटी-फूटी सड़कों, बिजली की कमी और गंदगी से जूझ रही थी। जब हम यहां आते थे, तो राम की पैड़ी का पानी सड़ता था, घाटों पर गंदगी थी और हर दूसरे दिन कर्फ्यू जैसी स्थिति रहती थी। लेकिन 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार ने अयोध्या को नया स्वरूप दिया। उन्होंने अयोध्या के बुनियादी ढांचे में आए बदलावों का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या अब फोरलेन सड़कों से जुड़ चुकी है और शहर के अंदर के मार्ग भी चौड़े हो गए हैं। पहले जहां एक ट्रेन के लिए लोग तरसते थे, आज अयोध्या देश के हर कोने से रेलवे के माध्यम से जुड़ गया है। महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण ने अयोध्या को वैश्विक मानचित्र पर ला दिया है। त्रेतायुग में भगवान राम पुष्पक विमान से आए थे उसके बाद अब जाकर यहां बड़े-बड़े विमान यहां उतर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरयू के घाट और अयोध्या के कुंड अब स्वच्छ और सुंदर हैं। बिजली की समस्या इतिहास बन चुकी है। मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव के आयोजन को अयोध्या के वैभव को पुनर्जनन देने वाला कदम बताया। कहा कि 2017 में जब दीपोत्सव शुरू हुआ तो हमारा विश्वास था कि अयोध्या ने ही दुनिया को दीपावली दी है। आज यह आयोजन वैश्विक स्तर पर अयोध्या की पहचान बन चुका है। 

500 वर्षों के अंधकार का अंत है भव्य श्रीराम मंदिर 

मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण को सनातन धर्म के इतिहास का सबसे ऐतिहासिक और अभिनंदनीय कार्य करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 500 वर्षों का अंधकार दूर हुआ। पिछली सरकारों के लिए यह असंभव था, लेकिन डबल इंजन की सरकार ने डबल स्पीड से इसे साकार किया। उन्होंने नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट का श्रीराम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला, 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंदिर का भूमि पूजन और 22 जनवरी 2024 को श्रीराम लला के भव्य मंदिर के  उद्घाटन का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं, जो अयोध्या आए और श्रीरामलला के दर्शन किए। उनका संकल्प था कि ‘सौगंध राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएंगे’ और इसे उन्होंने पूरा किया। 

भारत का आधार है सनातन धर्म, विश्व का मार्गदर्शक बनने को तैयार

योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म को भारत के अस्तित्व और वजूद का आधार बताते हुए कहा कि इसके सम्मान और गरिमा के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने हनुमानगढ़ी के नागाओं और संतों से आह्वान किया कि वे अपने योद्धा भाव को बनाए रखें और सनातन धर्म की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा की। कहा कि भारत छेड़ता नहीं है और कोई छेड़ तो उसे छोड़ता भी नहीं है। सीएम योगी ने हनुमान जी का उदाहरण देते हुए कहा कि बजरंगबली ने रावण के दरबार में यही संदेश दिया था। पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देकर खुद को बर्बाद कर रहा है। भारतीय सेना की कार्रवाई में 124 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं। यह गलती पाकिस्तान की है, जो आतंकियों को प्रश्रय दे रहा है। ये आतंकवाद पाकिस्तान को ले डूबेगा और इसमें ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का अध्यात्मिक जगत में कोई अस्तित्व नहीं है। जिसका अपना वास्तविक अस्तित्व न हो, उसकी एक निश्चित लाइफ होती है। अब पाकिस्तान का समय पूरा हो गया है। 

लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी को दी श्रद्धांजलि

उन्होंने पूर्वोत्तर अयोध्या के शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सेना के अतिरित प्रदेश सरकार वीरगति प्राप्त करने वाले हमारे वीरों के परिवारों को 50 लाख रुपये, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहीद के नाम पर स्मारक बनाकर सम्मान देने का काम रही है। 

आज अयोध्या का नाम सुनते ही लोगों के मन में उत्साह और उमंग जागती है

मुख्यमंत्री ने अयोध्या को सनातन धर्म का वैश्विक केंद्र बताते हुए कहा कि आज अयोध्या का नाम सुनते ही लोगों के मन में उत्साह और उमंग जागती है। दुनिया का कोई सनातन धर्मावलंबी ऐसा नहीं, जिसका मन अयोध्या की ओर न हो। उन्होंने कहा कि अमेरिका, कनाडा, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया या न्यूजीलैंड में रहने वाला प्रत्येक सनातन धर्मावलंबी भारत आने पर अयोध्या का रुख करता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अयोध्या में पहले हनुमानगढ़ी और फिर श्रीराम जन्मभूमि के दर्शन की परंपरा सनातन धर्म की आस्था का आधार है। जैसे काशी में काल भैरव के दर्शन के बाद विश्वनाथ के दर्शन होते हैं, वैसे ही अयोध्या में हनुमानगढ़ी के दर्शन के बाद श्रीराम के दर्शन पुण्य प्रदान करते हैं।

हनुमानगढ़ी के वैभव को बढ़ाएगा 'श्रीहनुमत कथा मंडपम'

मुख्यमंत्री ने श्रीहनुमत कथा मंडपम को सत्संग, कथाओं और आध्यात्मिक आयोजनों का केंद्र बताया। उन्होंने कहा कि यह मंडपम विशिष्ट अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था के साथ हनुमानगढ़ी के वैभव को और बढ़ाएगा। उन्होंने हनुमानगढ़ी के विकास के लिए डबल इंजन की सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने संतों और नागाओं से आह्वान किया कि वे सनातन धर्म के कार्यक्रमों को और भव्य बनाएं। सीएम योगी ने कहा कि हमें अपने मित्र और शत्रु को पहचानना होगा। जो सनातन धर्म के मार्ग में बाधा डालते हैं, उन्हें चिह्नित कर सरकार और प्रशासन को सूचित करना होगा। हनुमान जी की तरह हमें विघ्नों को पार करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है। उन्होंने महाकुंभ 2025 का उल्लेख करते हुए कहा कि 66 करोड़ से अधिक लोगों ने इसमें हिस्सा लिया और कोई भी विघ्न नहीं डाल सका। यह सनातन धर्म की ताकत है, जो विश्व का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार है।

गोरक्षपीठ और अयोध्या का अटूट नाता

सीएम योगी ने गोरक्षपीठ और अयोध्या के ऐतिहासिक संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ जी महाराज, विहिप के अशोक सिंहल जी और दिगंबर अखाड़े के महंत रामचंद्र जी महाराज ने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन को मजबूती दी। उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि आज हम श्रीराम लला के भव्य मंदिर को देख रहे हैं। हनुमानगढ़ी ने भी इस संकल्प को आगे बढ़ाया और यह मंडपम इसका जीवंत उदाहरण है।

इस अवसर पर प्रेमदास जी महाराज, महंत संतराम दास जी महाराज, महंत मुरलीदास जी महाराज, महंत रामचरण दास जी महाराज, सरपंच रामकुमार दास जी महाराज, महेश दास जी महाराज, गौरीशंकर दास जी महाराज, संजय दास जी महाराज, बाबा राजू दास, महंत अवधेश कुमार जी महाराज, कमल नयन दास जी महाराज, देवेन्द्र प्रसादाचार्य जी महाराज, रामलखन दास जी महाराज, रामानंद दास जी महाराज सहित अयोध्या के महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, विधायकगण वेद प्रकाश गुप्ता, रामचंद्र यादव, डॉ अमित सिंह चौहान, चंद्रभान पासवान, रामजन्म भूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, बीजेपी जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव के साथ ही संतजन, भक्तजन मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने इससे पहले हनुमत कथा मंडपम के निर्माण में सराहनीय कार्य करने वालों को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया। इनमें अंकित जायसवाल, जय प्रकाश श्रीवास्तव, रंजीत जायसवाल, विपुल अग्रवाल, संजय सिंह, विनय सिंह शामिल रहे।

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