गोरखपुर। सीएम योगी ने इनोवेशन कैंपस की ओर से आयोजित प्रमाण-पत्र वितरण समारोह को संबोधित किया है. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थानों के करीब 1300 छात्रों को प्रमाण-पत्र वितरित किए. वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि साल 2014 के पहले का भारत पहचान के संकट के दौर से गुजर रहा था, भ्रष्टाचार व्यवस्था पर हावी था. वैश्विक स्तर पर देश का सम्मान कम हो रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 साल में विकास और जनहित के कई कार्यक्रमों से वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान और मजबूत हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा पीएम स्टार्ट-अप, पीएम स्टैंड-अप, डिजिटल इंडिया जैसे कार्यक्रमों ने भारत को ना केवल नई पहचान दी है, बल्कि देश को दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था बनाने में भी भरपूर योगदान दिया है।
ईज ऑफ लिविंग बढ़ाने में सहायक हो सकती है तकनीक- सीएम

सीएम योगी ने आमजन के जीवन को सुगम बनाने के लिए युवाओं से इमर्जिंग टेक्नोलॉजी और नवाचार पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया. सीएम ने कहा कि ईज ऑफ लिविंग बढ़ाने में तकनीक काफी सहायक है. आज तकनीक के इस्तेमाल से ऐसे नवाचार जरूरी हैं जिससे जीवन को और भी सहज और सरल बनाया जा सके।
सिस्टम को कोसने की आदत से बचें, समाधान पर दें ध्यान- सीएम

अपने संबोधन में सीएम योगी छात्रों के समक्ष एक अभिभावक और शिक्षक की भूमिका में नजर आए. उन्होंने कहा कि व्यवस्था या सिस्टम को कोसना हम में से अधिकतर लोगों की आदत बन गई है, ऐसे लोगों को हर काम में सिर्फ सरकार दोषी लगती है, ऐसे लोग किसी समस्या पर अपनी खामी दूर करने की बजाय सिर्फ दूसरों की खामियों को निकालने में लगे रहते हैं. इसका परिणाम ये होता है कि समस्या असाध्य हो जाती है।
समाधान से मिलेगा सफलता का मार्ग- मुख्यमंत्री योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी समस्या के समाधान का मार्ग ही सफलता दिलाता है. सफलता हासिल करने के दो ही मार्ग हैं, एक ये कि समाधान के लिए पहल या फिर उससे पलायन. उन्होंने कहा कि सफलता के लिए समस्या के समाधान पर चर्चा करनी होगी. कोसने से समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा, बल्कि हम पलायन कर जाएंगे।
सुविधा और सुरक्षा के लिए हैं ट्रैफिक के नियम- सीएम

सीएम योगी ने समस्या के समाधान से जुड़े अपने वक्तव्य को एक उदाहरण से स्पष्ट किया, उन्होंने कहा कि जाम की समस्या पर चर्चा तो सभी लोग करते हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर लोग ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन भी खुद ही करते हैं. ट्रैफिक के नियम सुविधा और सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं, ऐसे में अगर हम ट्रैफिक नियमों का पालन करें तो जाम नहीं लगेगा।