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अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष: काशी से लेकर वाशिंगटन में दिखाई दे रहा मोटे अनाज का जलवा

Reported by: PTC News उत्तर प्रदेश Desk  |  Edited by: Shagun Kochhar  |  June 27th 2023 03:23 PM  |  Updated: June 27th 2023 03:24 PM

अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष: काशी से लेकर वाशिंगटन में दिखाई दे रहा मोटे अनाज का जलवा

लखनऊ: दुनिया इस साल अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मना रही है। यह आयोजन भारत की पहल पर हो रहा है। लिहाजा इसे सफल बनाने में भारत की भूमिका भी सबसे महत्वपूर्ण है। भारत को इसका अहसास है और आयोजन के सूत्रधार के रूप में वह यह कर भी रहा है। हाल के कुछ इवेंट्स को देखें तो काशी से लेकर वाशिंगटन तक मिलेट्स का जलवा रहा।

वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भोज में अन्य व्यंजनों के साथ बाजरा के व्यंजन और मिलेट्स के केक भी थे। ग्रैमी अवार्ड विजेता भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक फालू के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिलेट्स को प्रोत्साहित करने के लिए, "द अवंडस ऑफ मिलेट्स" के नाम से एक गाना भी लिखा था। यह गाना गत 16 जून को रिलीज हुआ था। पिछले दिनों काशी में आयोजित जी-20 सम्मेलन में भी विदेशी मेहमानों और अन्य गणमान्य लोंगों के लिए मिलेट्स के व्यंजन को तरजीह दी गई थी।

घोषणा होने के साथ ही योगी सरकार ने शुरू कर दी थी तैयारी

भारत 2018 में ही राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मना चुका है। उत्तर प्रदेश में हजारों वर्षों से मोटे अनाजों की खेती की परंपरा रही है। लिहाजा प्रदेश की योगी सरकार की उसकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका थी। अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के लिए उनकी पहल पर घोषणा होने के साथ ही इसकी सफलता की रणनीति बन चुकी थी। यह क्रम लगातार जारी है। 

गन्ना विभाग मिलेट्स को बनाएगा मिशन शक्ति का जरिया

कुछ दिनों पहले खूबियों से भरपूर गुड़ व मोटे अनाजों को प्रसंस्कृत कर उसे और उपयोगी बनाने के लिए गन्ना एवं चीनी विभाग ने भी पहल की। गन्ना शोध परिषद ने एक निजी संस्था के साथ इस बाबत एमओयू (मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) किया। इस एमओयू के तहत पहले से गुड़कारी गुड़ को मिलेट्स के अलावा औषधीय मसालों के साथ प्रसंस्कृत कर सेहत के लिहाज से और उपयोगी बनाया जाएगा। इससे विभाग से संबद्ध महिला समितियों को भी जोड़ा जाएगा। इससे स्थानीय स्तर पर महिलाओं को रोजगार मिलेगा। एक तरीके से यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मिशन नारी सशक्तिकरण की ही एक कड़ी होगा।  

मिलेट्स ही हो सकता है दूसरे कृषि कुंभ का थीम

मोटे अनाजों को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर मुख्यमंत्री खुद, उनके मंत्री और शासन के वरिष्ठ लोग कोई कोर-कसर नहीं छोड़ते। आयोजन कोई हो, उसके मीनू में मिलेट्स के व्यंजन जरूर रहते हैं। इस साल अक्टूबर-नवंबर में उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित कृषि कुंभ की थीम भी अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष पर ही केंद्रित रहने की संभावना है। यह प्रदेश सरकार का दूसरा कृषि कुंभ होगा। पहले कृषि कुंभ का आयोजन योगी-1.0में हुआ था।

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