ब्यूरो: UP NEWS: आकाश आनंद के बहुजन समाज पार्टी में फिर से शामिल होने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से लगातार चार पोस्ट करके इस फैसले का बचाव करने के अलावा पार्टी कैडर को एक स्पष्ट संदेश दिया है। बीएसपी सुप्रीमो ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आकाश आनंद को लेकर अब कोई भ्रम नहीं रहना चाहिए।
मायावती ने क्या कहा?
अपनी एक्स पोस्ट में मायावती ने यह स्पष्ट किया कि पार्टी के कुछ सदस्य अक्सर अपनी अज्ञानता या प्रतिद्वंद्वियों के बहकावे में आकर गलतियां कर देते हैं। ऐसे मामले में उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया जाना चाहिए, लेकिन माफी मांगने और सुधार के रास्ते पर चलने के बाद उन्हें फिर से पार्टी में शामिल कर लिया जाता है। इसके अलावा, मायावती ने स्पष्ट किया कि यह प्रथा केवल बीएसपी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अन्य पार्टियों में भी होती है।
इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि आकाश आनंद के मामले में कुछ "स्वार्थी और बिकाऊ तत्व" भ्रामक जानकारी फैला रहे हैं। उन्होंने बीएसपी कैडर से आकाश आनंद का मनोबल बढ़ाने और ऐसे तत्वों का उचित जवाब देने के लिए पार्टी में वापस आने वाले सभी कार्यकर्ताओं के साथ अत्यंत सम्मान से पेश आने का आग्रह किया।
राजनीतिक रूप से इसका क्या मतलब है?
यह स्पष्ट है कि मायावती के ट्वीट एक राजनीतिक स्क्रिप्ट का हिस्सा हैं। आकाश आनंद के निष्कासन के बाद पार्टी के सदस्यों में असंतोष पर मायावती ने कड़ी नज़र रखी। इसके अलावा, सपा और भीम आर्मी जैसे समूहों द्वारा दलित मतदाताओं में घुसपैठ जारी रहने के कारण मायावती को आकाश की राजनीतिक वापसी के लिए मजबूर होना पड़ा।
1. विदित है कि बीएसपी से जुडे़ कुछ लोग अपनी नासमझी, जोश व लापरवाही या विरोधी पार्टियों के षड्यन्त्र के बहकावे में आकर काफी ग़लती कर बैठते हैं, जिन्हें फिर पार्टी हित में सुधारने के लिए पार्टी की ज़िम्मेवारी से अलग करना व गम्भीर मामलों में निकालना भी पड़ता है।
— Mayawati (@Mayawati) April 29, 2025
आपको बता दें कि आकाश आनंद को लेकर बसपा के अंदर मतभेद 2023 में स्पष्ट हो गए थे। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में अपना पद खो दिया, और मायावती ने सार्वजनिक रूप से उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि पर सवाल उठाए। लेकिन 13 अप्रैल को, आकाश आनंद ने एक्स पर सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगी, जिसमें उन्होंने बसपा को अपना राजनीतिक जीवन और मायावती को अपना "मार्गदर्शक" बताया। मायावती ने कुछ घंटों बाद उन्हें माफ़ कर दिया और उन्हें फिर से सभा में शामिल होने की अनुमति दे दी।
मायावती के हालिया ट्वीट से यह स्पष्ट हो गया है कि आकाश आनंद अब बसपा के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं और पार्टी के सदस्यों को उनका समर्थन करना चाहिए। इसके अलावा, मायावती ने स्पष्ट रूप से कहा है कि किसी को भी पार्टी की एकता या संगठनात्मक निर्णयों पर सवाल उठाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।