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यूपी छात्र को थप्पड़ मारने का विवाद: शिक्षक द्वारा थप्पड़ मारने के निर्देश के बाद जांच लंबित रहने तक स्कूल बंद

By  Shagun Kochhar -- August 28th 2023 01:24 PM
यूपी छात्र को थप्पड़ मारने का विवाद: शिक्षक द्वारा थप्पड़ मारने के निर्देश के बाद जांच लंबित रहने तक स्कूल बंद

यूपी छात्र को थप्पड़ मारने का विवाद: शिक्षक द्वारा थप्पड़ मारने के निर्देश के बाद जांच लंबित रहने तक स्कूल बंद (Photo Credit: File)

यूपी छात्र थप्पड़ विवाद: यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में अल्पसंख्यक छात्र को थप्पड़ मारने की कथित घटना के बाद नेहा पब्लिक स्कूल से शिक्षा विभाग ने मानकों को लेकर कई बिंदुओं पर जवाब मांगा है. विभाग ने इस संबंध में स्कूल के संचालक को नोटिस भी भेज दिया है. 


जानकारी के मुताबिक, मामले में जांच होने तक अस्थायी रूप से स्कूल बंद करने का निर्देश दिया गया है. शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल बंद करने को लेकर स्कूल संचालक को नोटिस जारी किया है.


इस बीच, छात्रों की शिक्षा में न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित करने के प्रयास चल रहे हैं. शिक्षा विभाग प्रभावित बच्चों को नजदीकी स्कूलों में स्थानांतरित करने की सुविधा प्रदान कर रहा है, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि इस चुनौतीपूर्ण अवधि के दौरान उनकी शैक्षणिक प्रगति निर्बाध बनी रहे.


क्या है पूरा मामला?

विवाद के केंद्र में शिक्षिका तृप्ता त्यागी, जो मुज़फ़्फ़रनगर में नेहा पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल की दोहरी भूमिका निभाती हैं, को छात्रों को 7 वर्षीय मुस्लिम लड़के को थप्पड़ मारने का निर्देश देते हुए वीडियो में कैद किया गया था. वायरल फुटेज में युवा छात्र रोते हुए खड़ा दिखाई दे रहा है, जबकि उसके सहपाठी बारी-बारी से शिक्षक के निर्देशों का पालन कर रहे हैं. वीडियो में शिक्षक को छात्रों से जोर से प्रहार करने का आग्रह करते हुए भी कैद किया गया है.


ये है शिक्षिका का स्टैंड

हालांकि शिक्षिका ने इस घटना को "मामूली मुद्दा" बताते हुए अपने कृत्य को सही ठहराने का प्रयास किया, लेकिन उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. उसने दावा किया कि बाहरी कारकों ने उसे इतना बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर किया, ये दावा करते हुए कि होमवर्क के प्रति उसके ढीले रवैये को दूर करने के लिए बच्चे के माता-पिता पर दबाव था. उसने अपने बचाव में बताया कि मैं विकलांग हूं, इसलिए मैंने कुछ छात्रों से उसे थप्पड़ मारने को कहा ताकि वो अपना होमवर्क करना शुरू कर दे.


मेरा बेटा बेहद डरा हुआ- पीड़ित के पिता

बाल कल्याण समिति की देखरेख में बच्चे और उसके माता-पिता की काउंसलिंग की गई. घटना को याद करते हुए बच्चे के पिता ने अपने बेटे की परेशानी का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा 7 साल का है. यह घटना 24 अगस्त को हुई. शिक्षक ने छात्रों से मेरे बच्चे को बार-बार पिटवाया. मेरे बेटे को एक घंटे तक प्रताड़ित किया गया. जिसके बाद वो बेहद डरा हुआ है.


वीडियो के जारी होने से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक आक्रोश फैल गया. विभिन्न दलों के राजनीतिक हस्तियों ने इस घटना की निंदा की और इसे घृणा अपराध की श्रेणी में रखा. हालांकि लड़के के पिता ने स्कूल के खिलाफ आरोप लगाने में अनिच्छा व्यक्त की है, लेकिन उन्होंने अपने बच्चे को संबंधित संस्थान में जाने से रोकने का निर्णय लिया है.

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