Advertisment

ताजा क्राइम, शूटआउट को लेकर बीजेपी और सपा के बीच फोटो वार छिड़ा हुआ है

उत्तर प्रदेश में अपराध और शूटआउट की ताज़ा लहर के बीच, वकील और कई मामलों के मुख्य गवाह की हत्या के सह-आरोपी सदाकत की तस्वीर के साथ फ़ोटो-वार और आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है। उमेश पाल, सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा है।

author-image
Bhanu Prakash
Updated On
New Update
ताजा क्राइम, शूटआउट को लेकर बीजेपी और सपा के बीच फोटो वार छिड़ा हुआ है

लखनऊ (उत्तर प्रदेश) : उत्तर प्रदेश में अपराध और शूटआउट की ताज़ा लहर के बीच, वकील और कई मामलों के मुख्य गवाह की हत्या के सह-आरोपी सदाकत की तस्वीर के साथ फ़ोटो-वार और आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है। उमेश पाल, सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा है।

Advertisment

सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरों में से एक में सदाकत समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बगल में खड़ी नजर आ रही हैं।

वायरल तस्वीर पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, "यह समाजवादी पार्टी का असली चेहरा दिखाने जा रहा है. यह एक ऐसी पार्टी है, जो हमेशा अपराधियों और माफियाओं को प्रोत्साहन और संरक्षण देने में लगी रहती है. सपा की नर्सरी चलती है." अपराधी।"

वायरल तस्वीर को लेकर बीजेपी के आरोपों पर अखिलेश यादव ने कहा, 'सोशल मीडिया का जमाना है और लोगों की तस्वीरें वायरल हो ही जाती हैं।'

Advertisment

समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक और तस्वीर शेयर की गई है, जिसमें सदाकत मेजा से प्रयागराज की पूर्व बीजेपी विधायक नीलम करवरिया के पति उदय भान करवरिया के साथ खड़ी नजर आ रही हैं।

24 फरवरी को प्रयागराज में कोर्ट से घर लौट रहे उमेश पाल और उनके एक सुरक्षाकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

उमेश बसपा के पूर्व नेता राजू पाल की हत्या का भी अहम गवाह था और माफिया डॉन अतीक अहमद से उसकी पुरानी रंजिश थी।

प्राथमिकी में सपा के पूर्व नेता अतीक अहमद, उनकी पत्नी, बेटे और साथियों को हत्या के सिलसिले में नामजद किया गया है।

bjp sp photo-war
Advertisment