पीएम मोदी ने आस्ट्रेलिया में किया लखनऊ की चाट का जिक्र, चाट विक्रेता बोले- हमारे लिए गर्व की बात, अब करेंगे दोगुनी मेहनत
लखनऊ: पीएम नरेंद्र मोदी ने आस्ट्रेलिया में लखनऊ की चाट का जिक्र किया तो लखनऊ के चाट विक्रेता बेहद उत्साहित हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब लखनऊ की चाट के जायके के बारे में बोल रहे थे तब वहां पर मौजूद चाट के दीवाने लोग गदगद हो उठे, लेकिन लखनऊ की चाट में ऐसा क्या खास है कि पीएम मोदी तक इसके फैन है। यही जानने के लिए पीटीसी न्यूज संवाददाता जय कृष्णा पहुंच गए लखनऊ की चाट खाने।
पीटीसी न्यूज संवाददाता जय कृष्णा लखनऊ की किंग ऑफ चाट के नाम से मशहूर शॉप के मालिक अर्जुन टंडन से बातचीत करने पहुंचे। बातचीत के दौरान अर्जुन टंडन ने बताया कि आजादी के पहले से लखनऊ में किंग ऑफ चाट की शॉप चल रही है। अर्जुन टंडन ने बताया कि यह हम जैसे चाट बनाने वालों को लिए गर्व की बात है, जिसका जिक्र विदेश की धरती पर पीएम मोदी ने किया, ऐसे में चाट खाने के दीवाने यह सुनकर मस्त हो रहे हैं और हम लोग जैसे उसको बनाने वालों के लिए यह फक्र की बात है।
अर्जुन टंडन बताते हैं कि इस शॉप की शुरुआत लखनऊ के चिड़ियाघर के गेट से हुई थी, और उद्घाटन पहली महिला राज्यपाल सरोजिनी नायडू ने किया था, उसके बाद शॉप हलवासिया शिफ्ट हुई, जहां बरामदे में ठेला लगाता था, लेकिन 1980 से लेकर अब तक दुकान इसी जगह है। इस शॉप पर आकर कई नेताओं और अभिनेताओं ने भी स्वाद चखा है। चाहे वह अमिताभ बच्चन हो, जया बच्चन, जयाप्रदा, संजय दत्त, कंगना राणावत या फिर गदर फिल्म की पूरी टीम हो इन सभी ने हमारे यहां बैठकर चाट का लुफ्त उठाया है। फिल्म अभिनेता संजय दत्त ने कहा था कि लखनऊ में किंग ऑफ चाट की चाट नहीं खाई तो कुछ नहीं खाया।
अभिनेताओं के साथ राजनेताओं को भी किंग ऑफ चाट का स्वाद खूब पसंद आता है। अर्जुन टंडन ने बताया की यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में वह चाट खिला चुके हैं। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव भी चाट खाने के लिए किंग ऑफ चाट आते थे। दिवंगत नेता अमर सिंह भी चाट का स्वाद किंग ऑफ चार्ट पर आकर लिया करते थे, साथ ही बंगाल और बिहार के गवर्नर रहे केसरीनाथ त्रिपाठी भी किंग ऑफ चार्ट की शॉप से चाट खाना नहीं भूलते थे। मेदांता अस्पताल के मालिक नरेश त्रेहान भी किंग ऑफ चाट की चाट के दीवाने हैं। उनके लिए लखनऊ से चाट पैक होकर जाती है। इसके पीछे का कारण यह है कि, लखनऊ के चाट में भारीपन नहीं है, बल्कि वह पूरी तरह से शुद्धता पर निर्भर है। क्योंकि चाट सिर्फ स्वाद के लिए खाया जाता है ना कि पेट भरने के लिए। हम जैसे चाट बनाने वाले लोग हाइजीन चाट बनाते हैं, जिसमें आयुर्वेदिक मसालों के साथ-साथ धनिया, अदरक जैसी चीजें शामिल होती हैं। हालांकि हम अपने चाट में प्याज का इस्तेमाल नहीं करते हैं और लोगों को यह पसंद भी आता है, और इसका प्रमाण यह है कि शाम 5 बजे के बाद जब चाट कॉर्नर शुरू होता है, और 3 घंटे में ही सारा सामान खत्म हो जाता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है, कि लखनऊ की चाट को लखनऊ वाले किस तरीके से खाते हैं और उसे पसंद करते हैं तो ऐसे में आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ के चाट का जिक्र क्यों ना करें। पीएम मोदी द्वारा लखनऊ के चार्ट पर बोले गए शब्दों के बाद अब लखनऊ के चाट की लोकप्रियता और बढ़ जाएगी और सबके सिर पर चढ़ कर बोलेगी और लखनऊ वाले बढ़-चढ़कर अपने परिवार वालों के साथ शाम को निकल कर चाट खाने का आनंद उठाएंगे और अपनी फितरत के कारण अपने जानने वालों लोगों के लिए पैक भी करवाएंगे।
किंग ऑफ चाट की चौथी पीढ़ी कारोबार संभाल रही है। इसका उद्घाटन पहली महिला राज्यपाल सरोजिनी नायडू ने किया था। अभिनेता अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, संजय दत्त से लेकर योगी आदित्यनाथ तक यहां की चाट का स्वाद चख चुके हैं। यही नहीं केसरीनाथ त्रिपाठी और मुलायम सिंह भी यहां चाट खाने आते थे।
लखनऊ के चाट में एक तरह की नफासत होती है उसमें क्वालिटी, क्वांटिटी और मसालों का अलग ही क्लेवर होता है, जो खाने में बहुत मजा देता है। लखनऊ वाले चाट पेट भरने के लिए नहीं खाते हैं बल्कि स्वाद के लिए खाते हैं ऐसे में स्वाद के साथ कोई भी कंप्रोमाइज नहीं किया जाता।किंग ऑफ चार्ट के मालिक टंडन बताते हैं कि,भारत देश में साउथ रीज़न को छोड़कर कोई भी ऐसी जगह नहीं है, जहां वह चाट खिलाने ना गए हो। आज भी सिलबट्टे पर चाट का मसाला पीसा जाता है। लखनऊ की किंग ऑफ चाट की शॉप जितनी पुरानी है, इसके ग्राहक भी उतने ही पुराने है।
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