मथुरा: कहते हैं कि 100 दिन चोर के और एक दिन शाह का। कहवात ये भी मशहूर है कि चोर के अच्छे दिनों को नहीं, बल्कि बुरे दिनों को देखना चाहिए। ख़ैर देर आए दुरुस्त आए। बृजनगरी मथुरा ज़िले के थाना गोवर्धन की पुलिस और साइबर सेल की टीम को काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग भोली-भाली जनता से जान-पहचान बढ़ाकर, उनका मोबाइल नंबर ले लेते हैं और फिर उसी उन्हीं लोगों को अपने ही बुने जाल में फंसाते हैं और इस तरह ठगी की वारदातों का ये सिलसिला चला रहे हैं।
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कहना ग़लत नहीं होगा कि ये शातिर ठग पुलिस के लिए काफी लंबे समय से सिरदर्द बने हुए थे। लेकिन क़ानून के शिकंजे से कौन बच सका है, देर-सबेर उसके चंगुल में मुजरिम को फंसना ही पड़ता है। कुछ ऐसा ही हुआ और पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद, आख़िरकार मुख़बिर की सूचना के आधार पर सख़्त क़ानूनी कार्रवाई करते हुए 8 शातिर ठगों कप्तान, सैकुल, आदिल, साद, साहिल, आसिफ, राशिद औऱ मजीद को थाना गोवर्धन इलाके के गांव देवसेसर से गिरफ्तार कर ही लिया।
तफ़्तीश के दौरान शातिर ठगों ने क़बूल किया कि वो उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, बिहार, झारखंड आदि जगहों से फर्ज़ी सिम निकलवाकर, उनके ज़रिए ऑनलाइन डिटेल्स बनाकर, फर्ज़ी बैंक अकाउंट खुलवाकर और ट्रू कॉलर-फेसबुक से किसी भी अज्ञात नंबर पर फर्ज़ी सिम से कॉल करते हैं, और फेसबुक आदि सोशल साइट्स से लोगों की जानकारी हासिल कर जान पहचान बनाकर उनके व्हाट्सएप नंबर पर कॉल करके उनको अपने झांसे में लेते हैं। उसके बाद ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से उनके खाते से QR CODE, UPI आईडी के माध्यम से अपने खातों में पैसा डलवाकर धोखाधड़ी किया करते थे, ठगी में आए पैसों को ये लोग आपस में बांट लेते हैं।
जानकारी के मुताबिक़ शातिर ठग काफी लंबे समय से मथुरा जनपद में बैंक खातों से ऑनलाइन ठगी करने का काम कर रहे हैं। कुल-मिलाकर पुलिस द्वारा चलाए गए इस अभियान की आम लोग सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि चंद लोगों की वजह से पूरे इलाक़े को बदनाम होना पड़ा रहा है। हालांकि पुलिस का दावा है कि ये चैन काफी लंबी है, जिसको तोड़कर पर्दाफाश करना ज़रुरी है, ताकि लोगों के दिलों में क़ानून ख़ौफ बरक़रार रह सके और किसी के भी साथ ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम ना दिया जा सके।
-PTC NEWS