पूर्व विधायक सलिल विश्नोई की पिटाई के मामले में विधानसभा विशेषाधिकार समिति ने अब्दुल समद के साथ पांच अन्य पुलिसकर्मियों को दोषी पाया है। दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव को विधान सभा ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया।
दोषी पुलिसकर्मियों को क्या दंड दिया जाए, इस पर आज सदन में चर्चा होनी है। बता दें कि सलिल विश्नोई अभी भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।
बता दें कि 2004 में भाजपा विधायक सलिल विश्नोई कानपुर के कोतवाली क्षेत्र में बिजली समस्या को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे तभी पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया जिससे उनकी टांग टूट गई थी।
सलिल पर लाठी चार्ज कर टांग तोड़ने वाले कानपुर कोतवाली क्षेत्राधिकारी रहे अब्दुल समद और 5 अन्य पुलिस कर्मियों को उत्तर प्रदेश विधानसभा की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें विशेषाधिकार हनन का दोषी पाया गया।
बता दे कि 2004 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और मुलायम सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे जबकि भाजपा विपक्ष की भूमिका में थी जिसका चेहरा कल्याण सिंह थे।