ब्यूरो: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के सुशासन और जनकल्याणकारी नीतियों की बदौलत अयोध्या मण्डल के अंतर्गत बाराबंकी जिले तहसील रामसनेहीघाट के पूरेडलई ब्लॉक ने नीति आयोग के आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम में देशभर में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि स्वास्थ्य, शिक्षा और सुशासन के क्षेत्र में असाधारण प्रदर्शन के लिए पूरेडलई ब्लॉक को नीति आयोग द्वारा ₹1.5 करोड़ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह उपलब्धि योगी सरकार की जमीनी स्तर पर प्रभावी नीतियों, समर्पित प्रशासन और सामुदायिक सहभागिता का सशक्त उदाहरण है।
पूरेडलई ब्लॉक ने बीते वर्ष टीबी नियंत्रण में उल्लेखनीय कार्य करते हुए अधिसूचित हर एक मरीज का सफलतापूर्वक उपचार सुनिश्चित किया। यह उपलब्धि सार्वजनिक स्वास्थ्य तंत्र की सक्रियता, समय पर निदान, तथा समुदाय स्तर पर किए गए जागरूकता अभियानों की देन है। साथ ही, मातृ और शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी पूरेडलई ने शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कर सुरक्षित मातृत्व की दिशा में एक ठोस कदम उठाया है। यह परिवर्तन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, आशा बहनों और जनजागरूकता अभियानों के समन्वित प्रयासों से संभव हुआ है।
शिक्षा के क्षेत्र में भी पूरेडलई ने एक नया मानदंड स्थापित किया है। अब ब्लॉक के सभी प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात आदर्श स्थिति (30:1 या उससे कम) पर पहुँच गया है, जिससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, व्यक्तिगत मार्गदर्शन और समावेशी वातावरण उपलब्ध हो सका है।
यह अत्यंत गर्व का विषय: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने इस उपलब्धि पर कहा कि पूरेडलई ब्लॉक की यह अभूतपूर्व सफलता बाराबंकी जनपद के लिए अत्यंत गर्व का विषय है। यह पुरस्कार केवल प्रशासनिक कार्यक्षमता का ही नहीं, बल्कि फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, स्वास्थ्य कर्मियों, ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों और जागरूक समुदायों के अथक परिश्रम का परिणाम है। यह दिखाता है कि जब नीतियाँ जमीनी ज़रूरतों से जुड़ती हैं और स्थानीय स्तर पर उनका प्रभावी क्रियान्वयन होता है, तब बदलाव संभव है। उन्होंने आगे कहा कि पूरेडलई ब्लॉक की टीम ने जो मॉडल प्रस्तुत किया है, वह न केवल जनपद के अन्य ब्लॉकों के लिए बल्कि प्रदेश और देश के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है। मैं इस उपलब्धि के लिए पूरेडलई की पूरी टीम को हार्दिक बधाई देता हूँ और आशा करता हूँ कि यह सफलता नई ऊर्जा के साथ आगे की दिशा तय करेगी। पूरेडलई ब्लॉक की यह उपलब्धि जनपद बाराबंकी की प्रतिबद्धता, नवाचार और भागीदारी आधारित प्रशासनिक दृष्टिकोण की सशक्त मिसाल है, जो आने वाले समय में और भी व्यापक प्रभाव छोड़ेगी।
आयोग ने की समन्वय की सराहना:
गौरतलब है कि नीति आयोग ने अपनी आधिकारिक पोस्ट में पूरेडलई ब्लॉक को “एकीकृत, लोगों को प्राथमिकता देने वाले शासन” का एक मॉडल बताया है और ब्लॉक की सफलता को प्रतिबद्ध फ्रंटलाइन टीमों और जमीनी स्तर पर नवाचार का प्रमाण माना है। आयोग ने स्वास्थ्य, शिक्षा और शासन तंत्र के बीच मजबूत समन्वय की भी विशेष सराहना की है, जो पूरेडलई की प्रगति को दिशा और गति दे रहा है।