ब्यूरोः देश में आज यानी 17 अप्रैल को रामनवमी की धूम है। दूसरी ओर अयोध्या में 500 साल के लंबे संघर्ष के बाद राम जन्मभूमि में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज पहली रामनवमी है। रामलला की विशेष पूजा-अर्चना चल रही है। आज यानी बुधवार दोपहर 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में रामलला का 3 मिनट तक सूर्य तिलक होगा। सुबह 3.30 बजे मंदिर के कपाट खुल गए, आम दिनों में यह 6.30 बजे खुलते हैं।
श्रद्धालु रात 11.30 बजे तक यानी 20 घंटे दर्शन कर सकेंगे। बता दें वाल्मीकि रामायण के मुताबिक त्रेतायुग में इसी समय यानी रामनवमी के दिन प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था। सबसे पहले रामलला का विशेष श्रृंगार किया गया। उन्हें दूध, दही पंचगव्य से स्नान कराया गया और माथे पर चंदन का लेप लगाया गया। इसके बाद फिर रामलला को फूलों का दिव्य हार को धारण कराया जाएगा।
बता दें आज सुबह 8 बजे तक 6 लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए हैं। इसके अलावा राम पथ, भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। शयन आरती के बाद रात 11ः30 बजे रामलला के कपाट बंद किए जाएंगे।
राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि राम लला को छप्पन भोग लगाया गया। उन्होंने कहा कि रामनवमी को लेकर रामनगरी अयोध्या में पूरी व्यवस्था कर ली गई है और रामभक्त सुबह से दर्शन कर रहे हैं।