लखनऊ/पुणे: उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना को पुणे में आयोजित 14वीं 'भारतीय छात्र संसद' में ‘आदर्श विधानसभा अध्यक्ष’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह प्रतिष्ठित सम्मान पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पद्मभूषण श्रीमती सुमित्रा महाजन ने प्रदान किया। इस अवसर पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने महाना के नेतृत्व और कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने आदर्श अध्यक्ष के नए मानदंड स्थापित किए हैं और वे देशभर के विधानसभा अध्यक्षों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विधानमंडल और उसके सदस्यों की संवैधानिक गरिमा को पुनर्स्थापित करना उनकी प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि एक अध्यक्ष के रूप में उनकी भूमिका संसदीय लोकतंत्र की चुनौतियों का समाधान निकालने और सदन की मर्यादा बनाए रखने की होती है।
उन्होंने आगे कहा, "मुझे नहीं पता कि मैं इस सम्मान के योग्य हूं या नहीं, क्योंकि मेरा लक्ष्य सिर्फ और सिर्फ काम करना है, न कि पुरस्कार प्राप्त करना। यह सम्मान मेरा नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश का सम्मान है"
सतीश महाना ने उपस्थित छात्र संसद को संबोधित करते हुए कहा कि एक आदर्श जनप्रतिनिधि वही होता है, जो जनता की अपेक्षाओं को समझे और उन पर खरा उतरे। साथ ही जनता को भी अपने जनप्रतिनिधियों पर विश्वास बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी चाहिए। एक बार निर्वाचित होने के बाद जनप्रतिनिधियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपनी पूरी विधानसभा के हित में काम करना चाहिए। अगर इस भावना से कार्य किया जाएगा तो कोई भी देश को ताकतवर देश बनने से नहीं रोक सकता है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना जी के राजनीतिक यात्रा और उनकी विशिष्ट कार्यशैली पर एक डाक्यूमेंट्री को भी दिखाया गया। एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, पुणे में 14वीं भारतीय छात्र संसद का आयोजन 8 से 10 फरवरी तक किया जा रहा है।
यह कार्यक्रम युवा नेतृत्व को बढ़ावा देने और लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। तीन दिवसीय इस आयोजन में 250 से अधिक विधायक छात्र प्रतिनिधियों के साथ संवाद करेंगे और उन्हें नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए मार्गदर्शन देंगे। इस कार्यक्रम में सांसद, मंत्री, सामाजिक कार्यकर्ता, मीडिया, सिनेमा और व्यापार जगत के विशेषज्ञ भी भाग ले रहे हैं। इसे केंद्रीय और राज्य मंत्रालयों, यूनेस्को और प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों का समर्थन प्राप्त है। एम आईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. राहुल विष्णनाथ कराड जी इस छात्र संसद का नेतृत्व कर रहे हैं। यह आयोजन युवा नेताओं को लोकतांत्रिक प्रक्रिया को समझने और जिम्मेदार नेतृत्व के लिए तैयार करने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। कार्यक्रम का समापन 10 फरवरी को होगा, जिसमें प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी ।