लखनऊ: यूपी में विधान परिषद की दो एमएलसी सीटों पर वोटिंग हुई. दोनों सीटों पर समाजवादी पार्टी और बीजेपी में सीधा-सीधा मुकाबला है. शाम 4 बजे तक मतदान हुआ.
उत्तर प्रदेश विधानसभा के तिलक हॉल में दो एमएलसी सीटों के लिए वोट डाले गए. सुबह 9 बजे से ही वोटिंग शुरू हो गई थी. शाम 4 बजे तक 396 वोट पड़े. विधान परिषद का उपचुनाव बहुमत के आधार पर होगा. उत्तर प्रदेश विधानसभा के 403 में से 274 सदस्य भाजपा के हैं. यानी कि दोनों ही सीटों पर एक बार फिर से भाजपा की जीत लगभग तय है.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य पद के उप-चुनाव के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के विधान भवन में मतदान किया.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य पद के उप-चुनाव हेतु आज विधान भवन, लखनऊ में मतदान किया। pic.twitter.com/HCrNoENh8Q
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 29, 2023
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी एमएलसी चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राम करन निर्मल और रामजतन राजभर के पक्ष में विधानसभा में मतदान किया.
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी ने एमएलसी चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी श्री राम करन निर्मल जी एवं श्री राम जतन राजभर जी के पक्ष में विधानसभा में किया मतदान। pic.twitter.com/ogDB69QOt0
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) May 29, 2023
कैसे हुई सीट खाली?
बता दें उत्तर प्रदेश में दो विधान परिषद की सीट खाली है. एमएलसी की दोनों सीटें उत्तर प्रदेश विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की हैं. ये सीट बनवारी लाल दोहरे के निधन से खाली हुई. वहीं दूसरी सीट लक्ष्मण आचार्य को सिक्किम का राज्यपाल बनाए जाने से रिक्त हुई.
कौन हैं बीजेपी के दोनों प्रत्याशी?
पद्मसेन चौधरी भाजपा के बड़े नेता हैं और बहराइच के पूर्व सांसद हैं. वहीं दूसरी ओर मानवेंद्र सिंह यूपी विधान परिषद के कार्यकारी सभापति रहे हैं. ये दो बार के एमएलसी भी रह चुके हैं. 1980 में वह झांसी का भाजपा जिलाध्यक्ष रहे. इसके बाद 1985 में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़े और विधायक बने.
कौन हैं सपा के प्रत्याशी?
वहीं सपा ने रामजतन राजभर को उम्मीदवार बनाया है जोकि पूर्व एमएलसी हैं. इसके अलावा रामकरण निर्मल भी सपा के प्रत्याशी हैं.