मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश पुलिस और गृह विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस बखूबी अपना काम कर रही है और हम लगातार नई ऊंचाई को छू रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी नवीनतम राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं को निपटाने में शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए पुलिस को बधाई भी दी।
एनसीआरबी द्वारा 7 नवंबर 2022 से 27 फरवरी 2023 की अवधि के लिए जारी आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) और बच्चों की सुरक्षा के तहत दर्ज मामलों को निपटाने में देश में पहला स्थान हासिल किया।
सीएम ने ये विचार महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध की घटनाओं पर चर्चा के लिए आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में व्यक्त किए। योगी ने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज 77,044 एफआईआर में से 75,331 मामलों (97.80 प्रतिशत) का निस्तारण किया गया।
इसके अलावा, एनसीआरबी के आंकड़े कहते हैं कि यू.पी. ऐसे मामलों में दर्ज एफआईआर में दो महीने के भीतर जांच प्रक्रिया पूरी करने में देश में पांचवें स्थान पर है। ऐसे मामलों में गोवा दूसरे स्थान पर और पुडुचेरी तीसरे स्थान पर है। दूसरी ओर एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार ऐसे मामलों के निपटान में बिहार, मणिपुर और असम का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है।
भदोही प्रदेश में नंबर वन
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 7 नवंबर 2022 से 27 फरवरी 2023 के बीच भदोही में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं से जुड़े 221 मामले दर्ज किए गए। जिले ने सभी मामलों में अविलम्ब अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत कर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
सीएम ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि जिन जिलों का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा उन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि पॉक्सो एक्ट के तहत आने वाले मामलों की हर माह जिला स्तर पर समीक्षा की जाए।