ब्यूरो: Uttar Pradesh Weather Update: मौसम विभाग के अनुसार आज उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में बारिश का अलर्ट है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पूर्वी उत्तर प्रदेश में तेज हवाएं और वर्षा संभव है। बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाओं के कारण यूपी के अधिकांश जिलों में बारिश होगी। इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी।
हालांकि, शनिवार को उत्तर प्रदेश के दस से अधिक जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई। संभल में ओलावृष्टि और तेज बारिश हुई, जबकि कन्नौज में तेज हवाएं चलीं और फिर गरज-चमक के साथ बारिश हुई। दोपहर में बाराबंकी में तेज धूल भरी आंधी चली। बुलंदशहर में भी बारिश और तेज हवाएं चलीं। इससे कई बीघा फसलें गिर गईं। हालांकि, कासगंज में भी बारिश हुई। आगरा में दिनभर आसमान में इतने बादल छाए रहे कि मौसम उदास हो गया। बाद में हल्की बारिश भी हुई। लखनऊ के कई इलाकों में भी बारिश हुई। यूपी का प्रयागराज सबसे गर्म रहा।
पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश का प्रयागराज सबसे गर्म शहर रहा। यहां का अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कानपुर में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। सबसे कम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मार्च के अंत तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार हो जाएगा
बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया, "पश्चिमी विक्षोभ के असर से पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश में बादलों की आवाजाही बनी हुई है।" हवा भी तेज चल रही है। कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। पश्चिमी विक्षोभ का असर अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। इसके खत्म होने पर अधिकतम-न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होगी। मार्च के अंतिम सप्ताह में कई जिलों में तापमान 40 डिग्री के पार जा सकता है। फसल खराब होने पर गेहूं का दाना कमजोर होगा। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार यह बारिश गेहूं की फसल के लिए नुकसानदेह है।
अभी गेहूं पकने का मौसम चल रहा है और गेहूं की बाली में दाना बन चुका है। आंधी, बारिश या ओलावृष्टि से फसल नष्ट होने पर दाना कमजोर हो जाएगा। इसका असर गेहूं के उत्पादन पर पड़ेगा। साथ ही दाना काला पड़ सकता है। योगी के निर्देश पर अधिकारी स्थिति पर नजर रखें। बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है। सीएम योगी ने इस बात को स्वीकार किया है। उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्य के लिए पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। सरकार द्वारा शीघ्र मुआवजा दिए जाने के लिए उन्होंने अधिकारियों से कृषि क्षति का आकलन कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है।