S-400: भारत की अजेय ढाल ने उड़ाया पाकिस्तान का डिफेंस, जानें इसकी शक्ति
Lucknow: ऑपरेशन सिंदूर के ठीक बाद, बुधवार-गुरुवार की रात को पाकिस्तान ने भारत के 15 से अधिक सैन्य अड्डों पर हमला करने का प्रयास किया। भारत ने रूस से प्राप्त S-400 रक्षा प्रणाली की मदद से इन हमलों को विफल कर दिया। इसके जवाब में, गुरुवार तड़के भारत ने इजराइल से मिले हार्पी ड्रोनों का उपयोग करते हुए पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया।
रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार दोपहर 2:30 बजे जानकारी दी कि पाकिस्तान ने भारत के उत्तरी और पश्चिमी शहरों को भी निशाना बनाने की कोशिश की। इस दौरान अवंतिपोरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए, जिन्हें भारत ने पूरी तरह नाकाम कर दिया।
पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियां तबाह:
भारतीय सेना ने पहले से ही सीमा पर रूस से प्राप्त S-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली तैनात कर रखी थी। जैसे ही पाकिस्तान ने मिसाइल हमले शुरू किए, इस प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान के हमलों के बाद गुरुवार सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने हार्पी ड्रोनों के जरिए पाकिस्तान के कई ठिकानों पर उनकी वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को नष्ट किया। भारत ने यह कार्रवाई उसी तेजी और क्षेत्र में की, जहां से पाकिस्तान ने हमले किए थे। जानकारी के मुताबिक, लाहौर, सियालकोट और कराची में पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियां तबाह कर दी गईं।
सबसे शक्तिशाली वायु रक्षा तंत्र S-400:
भारत का S-400 मिसाइल सिस्टम अपनी अत्याधुनिक रक्षा क्षमताओं के लिए जाना जाता है, जिसे देश का सबसे शक्तिशाली वायु रक्षा तंत्र माना जाता है। यह प्रणाली किसी भी हवाई हमले को विफल करने में सक्षम है। रूस से प्राप्त इस मिसाइल प्रणाली को लगभग पांच अरब डॉलर की लागत से 2018 में खरीदा गया था। इस समझौते के तहत भारत ने रूस से पांच इकाइयाँ हासिल कीं। यह मिसाइल इतनी ताकतवर है कि यह उन्नत लड़ाकू विमानों को भी नष्ट कर सकती है। साथ ही, यह एक साथ 72 मिसाइलें दागने की क्षमता रखती है, जिससे यह पाकिस्तान और चीन जैसे संभावित हवाई हमलों को भारत की सीमा तक पहुंचने से पहले ही नाकाम कर सकती है।
S-400 की प्रमुख विशेषताएँ:
1. S-400 को विश्व का सबसे उन्नत वायु रक्षा तंत्र माना जाता है, जिसे रूस की कंपनी अल्माज़-एंटी ने विकसित किया है।
2. यह एक चलायमान, लंबी दूरी तक मार करने वाली सतह से हवा में प्रहार करने वाली मिसाइल प्रणाली है।
3. यह प्रणाली स्टील्थ लड़ाकू विमान, बमवर्षक, क्रूज मिसाइलें, बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन जैसे विविध हवाई खतरों को नष्ट करने में सक्षम है।
4. इसमें चार प्रकार की मिसाइलें हैं, जो 400 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेद सकती हैं।
5. S-400 में दो अलग-अलग रडार प्रणालियाँ हैं, जो 600 किलोमीटर की दूरी तक हवाई लक्ष्यों का पता लगा सकती हैं और एक साथ 80 लक्ष्यों को निशाना बना सकती हैं।
6. सक्रिय होने के बाद यह प्रणाली मात्र तीन मिनट में फायर करने के लिए तैयार हो जाती है, जिससे दुश्मन के हमले को तुरंत विफल किया जा सकता है।