उत्तर प्रदेश में विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद एक बार फिर से सियासी पारा चढने लगा है। सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों सदनों के अध्यक्ष तथा विधायकों के साथ फोटो खिंचवाई थी जिसमे उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केशव प्रशाद मौर्य उपस्थित नहीं थे। उप मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के बजट सत्र के फोटो सत्र में अनुपस्थिति पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या उनके पदों का कोई महत्व है या उन्हें जानबूझकर छोड़ दिया गया।
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि दोनों उपमुख्यमंत्रियों के बिना खींची गई सदन-विधायकों की तस्वीर अधूरी है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार की तरफ़ से उनकी अनुपस्थिति का ये स्पष्टीकरण आए कि क्या वो लोग आए नहीं या बुलाए नहीं गये?
उन्होंने कहा कि क्या उपमुख्यमंत्रियों के पद का कोई महत्व है या नहीं? क्या उनकी गिनती होती भी है या नहीं? सरकार की तरफ़ से उनकी अनुपस्थिति का ये स्पष्टीकरण आए कि क्या वो लोग आए नहीं या बुलाए नहीं गये?
बता दें कि सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार का वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 6 लाख 90 हजार करोड़ से अधिक का बजट उत्तर प्रदेश विधानमंडल में शुक्रवार को पारित हो गया।