लखनऊ: जल ही जीवन है, लेकिन हमारे देश में आज भी ऐसे गांव ऐसे घर हैं जहां ये मूलभूत सुविधा नहीं पहुंच पा रही. इसे सरकारों की उदासीनता कहें या प्रकृति से खिलवाड़ का नतीजा. इसी बीच योगी सरकार घर-घर तक पानी पहुंचाने के अपने लक्ष्य को पूरा करने में लगातार काम कर रही है.
22 जिलों में नल कनेक्शन देने का 50 फीसदी आंकड़ा पार
योगी सरकार ने नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के साथ ही 22 जिलों में 50 प्रतिशत से ज्यादा ग्रामीण परिवारों को नल से जल पहुंचाकर नई उपलब्धि अपने नाम की है. इन जिलों में प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद गोरखपुर और इनके साथ बुंदेलखंड के सातों जिले और विंध्य क्षेत्र का मिर्जापुर जिला भी शामिल है. योगी सरकार की मंशा प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजना से प्रत्येक ग्रामीण तक नल से जल पहुंचाने की है. इस मुहिम में यूपी में मंगलवार तक 99,16,379 परिवारों को नल से जल पहुंचाने का काम पूरा कर लिया है. सरकार का लक्ष्य 2024 तक 2,65,46,370 ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन देना है. लक्ष्य की प्राप्ति के लिए नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग बचे हुए 53 जिलों में भी तेज गति से ग्रामीणों को हर घर जल पहुंचाने के कार्य को पूरा करा रहा है.
सर्वाधिक कनेक्शन देने में तीसरे स्थान पर योगी सरकार
ग्रामीणों को घर-घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने में लगातार नए आयाम गढ़ रहे उत्तर प्रदेश ने देश में जहां सर्वाधिक नल कनेक्शन देने वाले राज्यों में तीसरे पायदान पर अपना स्थान बनाया है. वहीं प्रदेश के 22 जिलों ने तेज गति से कार्य को पूरा करते हुए आधे से अधिक लक्ष्य प्राप्त कर लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (50.79 प्रतिशत) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर (58.57 प्रतिशत) में ग्रामीणों को हर घर जल मिलने लगा है. बुंदेलखंड का महोबा जिला 84.65 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन पहुंचाने वाले जिलों में सबसे ऊपर है. 1,33,529 में से 1,13,034 परिवारों तक यहां हर घर जल पहुंचा दिया गया है. इसके नीचे बुंदेलखंड के ललितपुर जिले ने स्थान बनाया है, जिले में हर घर जल देने का 73.03 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. बागपत में जहां 72.37 प्रतिशत और विंध्य के मिर्जापुर ने 71.84 प्रतिशत नल कनेक्शन देकर तीसरे और चौथे स्थान पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. बता दें कि 50 प्रतिशत से अधिक नल कनेक्शन देने में बुंदेलखंड के सातों जिले शामिल हैं. झांसी में 71.21 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. सर्वाधिक नल कनेक्शन देने वाले जिलों में पांचवें स्थान पर चित्रकूट (67.33 प्रतिशत) है, वहीं छठे स्थान पर तेज गति से कार्य को पूरा कराते हुए बांदा (64.82 प्रतिशत) पहुंच गया है.