अतीक-अशरफ के खिलाफ दर्ज FIR में ISI और पाक से कनेक्शन का जिक्र, माफिया ने कबूली थी हथियार मंगाने की बात
ब्यूरो: अतीक अहमद की शनिवार रात हत्या कर दी गई. अतीक और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था. इसी दौरान उनपर गोलीबारी हुई और मौके पर ही मौत हो गई. वहीं इससे पहले अतीक अहमद के पाकिस्तान के साथ संबंधों की बात सामने आई थी. प्रयागराज में अतीक और अशरफ के खिलाफ दर्ज एफआईआर की कॉपी में इसके बारे में जिक्र किया गया है.
मौत की नींद सोने से पहले अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गुरुवार को प्रयागराज कोर्ट में पेश हुए. कोर्ट में रिमांड कॉपी पेश की गई. जिसमें अतीक अहमद ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और कई आतंकी संगठनों से संबंध होने की बात लिखी गई थी. अतीक और अशरफ से STF और ATS के बाद शनिवार को NIA की टीम ने भी पूछताछ की थी.
अतीक और अशरफ के विरुद्ध दर्ज FIR में क्या लिखा
अतीक और अशरफ नामजद अभियुक्त थे. अतीक अहमद पहले से ही केन्द्रीय कारागार साबरती गुजरात और खालिद अजीम उर्फ अशरफ बरेली जेल में निरुद्ध मुकदमे में दोनों अभियुक्त गण के विरुद्ध 120B आईपीसी के अपराध का साक्ष्य मिला. जिसके आधार पर अतीक अहमद और अशरफ के विरुद्ध माननीय न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रयागराज द्वारा वारंट-बी का आदेश जारी किया गया.
माननीय न्यायालय के द्वारा जारी वारंट B आदेश के अनुपालन में अभियुक्त अतीक अहमद को केन्द्रीय कारागार साबरमती गुजरात से और अभियुक्त खाली अजीम उर्फ अशरफ को केंद्रीय कारागार बरेली से दिनांक 12/4/23 को प्रयागराज लाया गया और न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रयागराज के आदेश के अनुपालन में दोनों अभियुक्तों को केन्द्रीय कारागार नैनी में दाखिल किया गया.
अतीक के बयान में हुए बड़े खुलासे
न्यायालय मुख्य न्यायिक, मजिस्ट्रेट प्रयागराज के आदेश से अतीक अहमद का बयान लिया गया. अतीक अहमद ने अपने बयान में बताया कि उसका संबंध आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा और पाकिस्तान के आईएसआई से है.
ड्रोन के माध्यम से पाक में गिराए जाते थे हथियार!
एफआईआर के मुताबिक, अतीक ने बताया कि पाकिस्तान आईएसआई द्वारा ड्रोन के माध्यम से पंजाब प्रान्त में हथियार गिराये जाते है और पंजाब में आईएसआई से जुड़ा व्यक्ति उन हथियारों को इकठ्ठा कर के कुछ लश्कर ए तैयबा को भेजता है. यही नहीं कुछ हथियार खालिस्तानी अलगाववादी संगठनों को दिए जाते हैं. अतीक ने बताया कि कुछ हथियार जैसे 45 बोर की पिस्टल, AK 47, स्टेनगन और RDX मुझे भी उपलब्ध कराते है जिसका मैं भुगतान भी करता हूं.
संगठनों का अतीक के यहां आना-जाना भी था!
अतीक ने बताया कि इन संगठनों के लोग मेरे यहां आते जाते थे. इन लोगों से आपस में की गयी बात से ये जानकारी प्राप्त हुई थी कि ये लोग देश में कोई बड़ी घटना करना चाह रहे है. अतीक अहमद द्वारा बताया गया की जो आईएसआई से जुड़ा व्यक्ति है और हथियार का कारोबार करता है और जिससे मुझे हथियार प्राप्त हुए हैं. उस व्यक्ति का पता मुझे और अशरफ को मालूम है जिसे हम दोनों लोग जेल में रह कर नहीं बता सकते अगर साथ चले तो चल कर दिखाया जा सकता है क्यों कि कुछ पता मैं जानता हूं और कुछ पता अशरफ जानता है.
उमेश पाल हत्या के लिए भी यहीं से आए थे हथियार
अतीक ने बताया कि इन्हीं से लिये गये हथियारों से उमेश पाल और उसके दो सशस्त्र पुलिस कर्मियों की हत्या में उपयोग में लाए गए और हत्या के बाद रखे हुए हथियारों का पता हम दोनों लोग साथ चल कर बता सकते हैं. क्योंकि उन जगहों का कोई मकान नंबर नहीं है. जिसे जेल से बता पाना मुमकिन नहीं है. यदि हम दोनों साथ चले तो चल कर दिखा सकते हैं. अभियुक्त अशरफ द्वारा भी अतीक के बयानों पर सहमति जताई गई.
ऐसी परिस्थिति में दोनों अभियुक्त गणों को आमने सामने बैठा कर पूछताछ किया जाना आवश्यक था और अभियोग से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्यों की बरामदगी भी महत्वपूर्ण थी.