मथुरा: आगरा की एंटी नारकोटिक्स टीम और मथुरा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नशा तस्करी के खिलाफ सफलता हासिल की है. टीम ने 3 करोड़ रुपये की 50 किलो चरस बरामद की. वहीं टीम ने बाराबंकी के 4 तस्करों को गिरफ्तार किया.
जानकारी के मुताबिक, नेपाल से भारत में चरस की ये खेप लाई गई और यमुना एक्सप्रेस वे से होकर कार से चरस की तस्करी की जा रही थी. वहीं तस्कर ये खेप दिल्ली, हरियाणा, यूपी में बेचने की फिराक में थे. वहीं पुलिस चरस तस्करों के गैंग के सरगना और उनके नेटवर्क को खंगालने में जुटी थी.
यमुना एक्सप्रेस वे पर मथुरा पुलिस ने जब सफारी कार को रोक कर चेकिंग की तो कार की तलाशी लेने पर 50 किलो चरस बरामद की गई. जिसकी बाजार में कीमत करीब 3 करोड़ रुपये है. पूछताछ में पता चला कि आरोपी चरस को नेपाल से चंपारण, बिहार के रास्ते भारत में लाए और दिल्ली-हरियाणा में खपाने जा रहे थे.
एसपी क्राइम अवनीश मिश्रा ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स, आगरा को यूपी नंबर की सफेद कार से चरस तस्करी की सूचना मिली थी. इस पर मांट पुलिस को यमुना एक्सप्रेस वे पर सक्रिय किया गया. मांट थाना इंस्पेक्टर प्रमोद यादव ने पुलिस टीम के साथ एक्सप्रेस वे पर जगह-जगह वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी. इसी दौरान सफेद रंग की कार यूपी 32 एफई 1775 को रुकवाया. इसमें चार लोग सवार थे. चारों को कार उतारकर पूछताछ शुरू की. कार की तलाशी के दौरान पैकेट में भरी चरस बरामद की गई, जिसका वजन 50 किलो था.
आरोपियों की पहचान मो. शाहिद पुत्र मो. राशिद, नूर अहमद पुत्र मकसूद राजा, नूर आलम पुत्र सोहराब अहमद निवासीगण चमरौली, दरियाबाद, बाराबंकी और आबिद पुत्र जब्बीर अहमद निवासी टिकैतनगर, बाराबंकी के तौर पर हुई है. इन्होंने बताया कि वे चरस को नेपाल से चंपारण, बिहार के रास्ते भारत में लाकर लखनऊ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान हरियाणा, पंजाब, दिल्ली क्षेत्र में सप्लाई करते हैं. इस माल को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में खपाने जा रहे थे. एसएसपी के अनुसार सभी ड्रग तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. इनसे गैंग सरगना और उसके नेटवर्क के विषय में पूछताछ की जा रही है.