Friday 22nd of November 2024

झांसी मेडिकल कॉलेज में 10 नवजात जिंदा जले, नर्स ने जलाई थी माचिस की तीली

Reported by: Karuna Thakur  |  Edited by: Md Saif  |  November 16th 2024 11:05 AM  |  Updated: November 16th 2024 11:12 AM

झांसी मेडिकल कॉलेज में 10 नवजात जिंदा जले, नर्स ने जलाई थी माचिस की तीली

ब्यूरो: उत्तर प्रदेश के झांसी से एक दर्दनाक खबर सामने आई है जहां मेडिकल कॉलेज के चाइल्ड वार्ड में शुक्रवार देर रात आग लग गई इस हादसे में 10 बच्चों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई है. इस दौरान 16 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. 

  

पहले खबर थी कि शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी लेकिन अब अलग खबर सामने आ रही है. झांसी अग्निकांड प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि एक नर्स ने ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को जोड़ने के लिए माचिस की तीली जलाई और जैसे ही माचिस जली, पूरे वार्ड में आग लग गई.

झांसी के चीफ मेडिकल सुप्रीडेंटेंड के अनुसार NICU वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे, अचानक से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लग गई जिससे आक्सीजन से भरे NICU वार्ड में आग फैल गई. झांसी डिविजन के DIG ने बताया कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है जो घायल हैं उन्हें शिफ्ट करने कार्य चल रहा है. सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया है और 12 घंटों के भीतर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं.

हमीरपुर के रहने वाले भगवान दास उन लोगों में से हैं जिनके बेटे का बेटा, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में भर्ती था. कल जब आग लगी तो भगवान दास वार्ड में ही मौजूद थे. शुरुआती जांच के आधार पर भले ही शॉर्ट सर्किट को वजह बताया जा रहा हो लेकिन भगवान दास इस घटना के अकेले चश्मदीद हैं और वो इसके पीछे की असली वजह बता रहे हैं.

       

भगवान दास के मुताबिक, बच्चों के वार्ड में एक ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को लगाने के लिए नर्स ने माचिस की तीली जलाई. जैसे ही उसकी तीली जली पूरे वार्ड में आग लग गई. आग लगते ही भगवान दास ने अपने गले में पड़े कपड़े से 3 से 4 बच्चों को लपेटकर बचाया, बाकी लोगों की मदद से कुछ और बच्चों को भी बचाया गया.

बताया जा रहा है कि आग बुझाने वाला सिलेंडर एक्सपायर हो चुका था जिसके चलते आग लगने के बाद ना फायर अलार्म बजा ना ही वार्ड में रखे सिलेंडर किसी काम के थे. सिलेंडर पर 2019 की फिलिंग डेट है और एक्सपायरी 2020 की है. यानि फायर एक्सटिंग्विशर को एक्सपायर हुए साल साल हो चुके थे और खाली दिखाने के लिए ये सिलेंडर यहां रखे हुए थे.

     

यूपी की योगी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है और घायलों को 50 हजार की सहायता राशि दी जाएगी.वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.

खाक में तब्दील हुआ NICU वार्ड जिस वार्ड में बच्चे रखे गए थे, उसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं. बच्चों को रखने वाली मशीनें पूरी तरह जलकर खाक हो गई हैं. पूरा वार्ड तहस-नहस हो गया है.

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