प्रयागराज: उमेश पाल अपहरण केस के मामले में 17 साल बाद प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट ने माफिया डॉन अतीक़ अहमद को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है।
इस बीच अतीक़ अहमद को यूपी एसटीएफ द्वारा एक बार फिर से साबरमती जेल भेज दिया गया। जानकारी के मुताबिक़ प्रयागराज से क़रीब रात साढ़े 8 बजे यूपी एसटीएफ की टीम कड़ी सुरक्षा में अतीक़ को लेकर रवाना हुई थी, जहां अतीक़ का क़ाफ़िला रात 1.45 मिनट पर जालौन की सीमा में प्रवेश किया।
इस काफिले ने 60 किलोमीटर का लंबा सफर 45 मिनिट में तय किया, जिसके बाद लगभग 2:30 बजे के करीब अतीक़ के काफिले ने झांसी की सीमा में प्रवेश किया।
आपको बता दें कि 26 मार्च को माफिया डॉन अतीक़ अहमद को गुजरात के अहमदाबाद शहर की साबरमती जेल से यूपी एसटीएफ के 45 जवान लेकर चले थे, जिसे 27 मार्च को नैनी जेल मे सकुशल पहुंचाया गया था। 28 मार्च को उसकी उमेश पाल अपहरण केस के मामले में पेशी थी, जहां अतीक़ और उसके भाई अशरफ़ को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया था।
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गौरतलब है कि अतीक़ अहमद समेत तीन लोगों को अपहरण के केस में आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई है, जबकि उसके भाई अशरफ़ सात लोगों को इस केस से बरी कर दिया है।
इसके बाद हालांकि अतीक़ को नैनी जेल वापस लाया ज़रूर गया था, लेकिन कोर्ट द्वारा साबरमती जेल के लिए पर्चा काटे जाने की वजह से नैनी जेल में उसका दाखिला नहीं हो सका था।
28 मार्च को रात क़रीब 8:30 बजे यूपी एसटीएफ की टीम उसको साबरमती जेल ले जाने के लिए रवाना हुई थी, जिसका क़ाफ़िलाप्रयागराज से चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर होते हुये बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से जालौन की डकोर सीमा में रात 1 बजकर 45 मिनट पर प्रवेश किया था।
सूत्रों से मिली जानाकारी के मुताबिक़ अतीक़ अहमद के साथ 45 जवानों का सशस्त्र सुरक्षा बल चल रहा है, जिनकी ज़िम्मेदारी अतीक़ को सकुशल साबरमती जेल में शिफ्ट करना है।