लखनऊ: भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह और पतंजलि योगपीठ के बीच आपसी रार में लगातार इज़ाफा होता जा रहा है। दरअसल बीते दिनों कैसरगंज के सांसद बृजभूषण सिंह ने पतंजलि उत्पादों पर सवालिया निशान खड़े कर दिए थे। हालात किस क़दर बेक़ाबू हो सकते हैं इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पतंजलि के निदेशक बालकृष्ण ने सांसद बृजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त क़ानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दे दी है।
यही नहीं पंतजलि की तरफ़ से कैसरगंज के सांसद को लीगल नोटिस भेजकर तीन दिनों में सार्वजनिक तौर पर माफ़ी मांगने के लिए भी कहा गया है। इस क़ानूनी नोटिस मिलने से कैसरगंज के सांसद बृजभूषण सिंह इतने ख़फ़ा हो गए कि उन्होंने आनन-फानन में पलटवार करते हुए पंतजलि योगपीठ के संस्थापक बाबा रामेदव पर गंभीर आरोप लगा दिए और सीधे तौर पर बाबा रामदेव को चुनौती दे डाली कि अब पंतजलि के उत्पादों पर पाबंदी लगाने की एवज में पूरे देश में आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
सांसद बृजभूषण सिंह ने कहा कि मैं किसानों, संतों और देशवासियों के हित में जेल जाने को तैयार हूं और मैं ना ही इस बाबत अपनी ज़मानत कराऊंगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे देश के संविधान और न्यायालय पर पूरा यक़ीन है, अगर देश हित में जेल जाना पड़ा तो मैं किसी भी क़ीमत पर पीछे नहीं हटूंगा।लोकसभा सांसद बृजभूषण सिंह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि महर्षि पतंजलि की धरती पर संत जुटेंगे और संत ही ये फैसला लेंगे कि आगे रणनीति कैसी होनी चाहिए?
उन्होंने कहा कि 'मैं पतंजलि की भूमि पर संतों से पधारने का आह्वान करता हूं, ताकि बाबा रामदेव के ख़िलाफ़ समूचे देश में जनआंदोलन खड़ा किया जा सके। बृजभूषण सिंह ने बड़ा इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि 'बाबा रामदेव का दिमाग़ ख़राब हो चुका है और वह महर्षि पतंजलि के नाम पर दुरुपयोग कर रहे हैं और देशवासियों की भावना का खुल्लम-खुल्ला मखौल उड़ा रहे हैं'।
इतना ही नहीं, सांसद ने बाबा रामदेव को मिलावटखोरों का सम्राट और राजा तक कह डाला, जिसके बाद मीडिया हलकों में ज़बरदस्त गहमा-गहमी का माहौल पैदा हो गया है। सांसद बृजभूषण सिंह ने बेलाग-लपेट कहा कि रामदेव के लोग नकली मिठाई बेच रहे हैं, जो कि ख़ासतौर पर कानपुर से गोरखपुर तक बेची जा रही हैं और कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है।
अब भाजपा सांसद ने सरकार से ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की अपील की है, ताकि बकौल बृजभूषण सिंह, लोगों को रामदेव के प्रोडक्ट्स पर लगे हुए 'जज़िया कर' से मुक्ति मिल सके।
हालांकि जिस तरह से बाबा रामदेव की बीजेपी नेताओं और सरकार से क़रीबी है और जिस तरह से रामदेव करोड़ों के विज्ञापनदाताओं में शूमार है, उससे राजनीतिक गलियारों में तापमान बढ़ सकता है। वैसे तब तक कुछ भी नहीं कहा जाना चाहिए, जब तक बीजेपी आलाकमान की तरफ़ से इस बाबत कोई प्रतिक्रिया नहीं आ जाती, लेकिन फिलहाल सांसद बृजभूषण का विरोध तो जारी है ही, जिसे ना तो बाबा रामदेव नज़रअंदाज़ कर सकते हैं और ना ही मीडिया।
-PTC NEWS