मायावती के जन्मदिन पर CM योगी-अखिलेश ने दी बधाई; वो किस्सा जब कांशीराम ने मायावती से कहा- तुम्हारे सामने IAS की लाइन लगा दूंगा
ब्यूरो: Mayawati 69th Birthday: बसपा सुप्रीमों मायावती का आज 69वां जन्मदिन है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बसपा प्रमुख को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "प्रभु श्रीराम की कृपा आप पर बनी रहे, आप दीर्घायु और स्वस्थ रहें।" पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मायावती को जन्मदिन की बधाई दी।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई!प्रभु श्री राम से आपके लिए दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना है।@Mayawati
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 15, 2025
बसपा कार्यकर्ता मायावती के जन्मदिन को जन कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाएंगे। जिला स्तर पर सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। वहीं, मायावती प्रदेश कार्यालय से कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए संदेश जारी करेंगी। इसके बाद वे अपनी किताब "मेरे संघर्षमय जीवन एवं बसपा मूवमेंट का सफरनामा भाग 20" के हिंदी और अंग्रेजी एडिशन को लॉन्च करेंगी।
बता दें कि मायावती का जन्म 15 जनवरी 1956 को दिल्ली में रहने वाले डाक-तार विभाग के क्लर्क प्रभुदास के घर में हुआ था। मायावती का सपना आईएएस बनने का था। एक बार का किस्सा है जब मायावती को कांशीराम ने कहा था कि "मैं तुम्हारे सामने अफसरों की लाइन लगा दूंगा।" UPSC की तैयारी के वक्त ही दिल्ली के कांस्टीट्यूशनल क्लब में एक सम्मेलन हो रहा था। मायावती भी वहां मौजूद थीं। उस वक्त के स्वास्थ्य मंत्री राज नारायण भी थे। उनका भाषण शुरू हुआ। उन्होंने जैसे ही दलितों को हरिजन कहकर संबोधित किया, मायावती नाराज हो गईं। वह स्टेज पर चढ़ीं और उन्होंने इसका विरोध किया। वहां मौजूद लोगों ने मायावती के इस फायरब्रांड अवतार की खूब सराहना की।
सम्मेलन खत्म हुआ। हर जगह इस घटना की चर्चा होने लगी। कांशीराम को जब यह बात पता चली, तो अगले ही दिन वह मायावती से मिलने उनके घर पहुंच गए। मायावती उस समय लालटेन की रोशनी में पढ़ाई कर रही थीं। कांशीराम ने उनसे पूछा, "तुम क्या बनना चाहती हो?"
मायावती बोलीं, "मैं IAS अफसर बनना चाहती हूं, ताकि अपने समाज के लिए कुछ कर सकूं।" मायावती का यह जवाब सुनकर कांशीराम ने कहा, "मैं तुम्हें उस मुकाम पर ले जाऊंगा, जहां दर्जनों IAS अफसर तुम्हारे सामने लाइन लगाकर खड़े होंगे। सही मायने में तुम तब अपने समाज की सेवा कर पाओगी। अब तुम तय कर लो, तुम्हें क्या करना है?"