फर्रुखाबाद प्रशासन की लापरवाही! नदी के उफान में बह गया कब्रिस्तान, सैकड़ों कब्रे गंगा की गोद में समाई
फर्रुखाबाद: जिला का कटरी धर्मपुर गांव कभी भी गंगा में समा सकता है. यहां के लोग दिन रात चिंता में है, कई किसानों की जमीन गंगा में बह गई है. वहीं कब्रिस्तान की सैकड़ों कब्रे गंगा नदी को गोद में समा गयी है.
गंगा नदी की गोद में समा रही कब्रे
दरअसल, गंगा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जिससे लगातार कटरी धर्मपुर में कटान हो रहा है. इस बढ़ते कटान ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है. क्योंकि गंगा नदी में किसानों के हजारों बीघा खेत बह गए हैं. वहीं कब्रिस्तान की सैकड़ों कब्रे गंगा नदी की गोद में समा गयी हैं.
जिला प्रशासन मौन क्यों?
एक तरफ जहां ग्रामीणों में हाहाकार मचा है, वहीं जिला प्रशासन मौन है. लोगों के मुताबिक, ग्रामीणों की मदद के लिए फिलहाल प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है. वहीं लोगों में डर है कि इस लापरवाही से कहीं गंगा नदी कटरी धर्मपुर गांव नक्शे से खत्म न हो जाए.
चेतावनी बिंदु से 90 सेमी दूर गंगा का जलस्तर
शनिवार को गंगा नदी का जलस्तर 135.70 पर पहुंचा. जोकि अब चेतावनी बिंदु से केवल 90 सेमी दूर रह गया है. वहीं नदी के उफान में आने से 14 बीघा भूमि पर बना कब्रिस्तान उसमें समा गया. सैकड़ों साल पुराने कटरी धर्मपुर कब्रिस्तान में दफन गामीणों के पुरखों के कंकाल का भी पता नहीं चल रहा. ग्रामीणों का कहना है कि कई बार यहां बाढ़ आई, लेकिन कब्रिस्तान सुरक्षित रहा.लेकिन इस बार गंगा ने कटान कर कब्रिस्तान को जमीदोज कर दिया है. उनके पुरखों की यादें गंगा में समा गई हैं. वहीं एक हजार बीघा भूमि भी उसमें मिल गई है. वहीं अब गंगा का पानी गांव से केवल 30 मीटर दूर रह गई है. जिसके चलते गांव के लोग बेहद चिंता में हैं.
'किसान हुए भूमि हीन'
गांव के लोगों ने बताया कि करीब एक हजार बीघा खेतिहर जमीन गंगा में समा गई. वहीं कई किसानों से उनकी जमीनें छिन गईं है और आज रोजी रोटी कमाने के लिए उनके पास कोई साधन नहीं है. गांव वालों को चिंता है कि किसी भी समय गंगा कटरी धर्मपुर को नष्ट कर सकती है. इसी चिंता में लोग दिन रात जागते हुए काट रहे हैं. गांव वालों को मलाल है कि कोई प्रशासनिक अधिकारी अभी तक उनकी मदद के लिए नहीं आया है.