फर्रुखाबाद: गंगा में आई बाढ़ से कई गांव जलमग्न हैं. वहीं अभी भी लगातार जलस्तर बढ़ता जा रहा है. बात करें फर्रुखाबाद के पांचाल घाट तो यहां का जलस्तर खतरे के निशान के बेहद नजदीक पहुंच गया है.
ग्रामीणों की बढ़ी मुश्किलें
वहीं लगातार पानी छोड़े जाने से ग्रामीणों और किसानों की मुश्किलें बढ़ रही हैं. वहीं इस बाढ़ से 50 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं और कई स्कूल भी बंद हो गए हैं. एक दर्जन से ज्यादा गांव का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है.
बाढ़ की चपेट में आए ये गांव
गंगा की बाढ़ से गांव सुंदरपुर, कछुआ गाढ़ा, सवितापुर, राजाराम की मडैया, नगला दुर्गू, सैदापुर, करनपुर घाट, कुड़री सारंगपुर, फुलहा, जटपुरा, कहिलियाई, मंझा, तीसराम की मढ़ैया, जमापुर, गैटियां, आशा की मडैया, कंचनपुर, उदयपुर, जगतपुर, रामपुर, सबलपुर, कुबेरपुर, रतनपुर, नगरिया जवाहर, बमियारी, बरुआ, अमीराबाद, जोगरपुर, कुसुमापुर, कुतुलूपुर, अंबरपुर भाऊपुर चौरासी सहित करीब 50 गांव में पानी भर गया है. इससे ग्रामीणों के आने-जाने में दिक्कतें बढ़ गई हैं.
आज सुबह गंगा में नरौरा बांध से 213749 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. वहीं बिजनौर बांध से 124035 क्यूसेक, हरिद्वार बांध से 101801 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं, गंगा नदी का जलस्तर 137.00 पर पहुंच गया है. गंगा नदी खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर नीचे है. बता दें गंगा नदी और रामगंगा का खतरे का निशान 137.10 पर है. रामगंगा में 22097 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिसके बाद रामगंगा का जलस्तर 135.85 पर पहुंच गया है.