ब्यूरो: Gorakhpur: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश को 2017 के पहले तक बीमारू और देश के विकास में बैरियर माना जाता था, वही प्रदेश आठ साल की विकास यात्रा में देश मे हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। 2017 के पहले जहां उत्तर प्रदेश को देश का फिसड्डी राज्य समझा जाता था, वहीं 2017 के बाद यह प्रदेश केंद्र सरकार की 45 से अधिक योजनाओं में या तो नम्बर एक है या फिर अग्रणी भूमिका में है।
सीएम योगी मंगलवार को अपने नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार के आठ साल पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय (25 से 27 मार्च) ‘उत्कर्ष के आठ वर्ष’ विकास उत्सव का शुभारंभ करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। गोरखपुर के महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन से 25 करोड़ प्रदेशवासियों की सेवा, सुरक्षा और सुशासन के आठ वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसके लिए यूपी की जनता को बधाई जिसके सहयोग और समर्थन से यह राज्य नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के रूप में अपनी चमक बिखेर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी प्रदेश वही है, तंत्र भी वही है। पर, जब 2017 में सत्ता बदली तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार आते ही इस राज्य में विकास के सभी बैरियर समाप्त हो गए। पहले यूपी में अन्नदाता किसान आत्महत्या करने को मजबूर था, युवाओं के सामने पहचान का संकट था, गरीब भुखमरी की चपेट में था, बेटियों और व्यापारियों की सुरक्षा पर संकट था। जबकि आज डबल इंजन सरकार की योजनाओं से किसान आत्मनिर्भर है, महिलाएं सशक्त हैं, युवाओं को रोजगार मिल रहा है, गरीब खुशहाल हुआ है। विकास के साथ यूपी की सुरक्षा व्यवस्था देश में नजीर बनी हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में बदलाव की यह यात्रा आसान नहीं थी। तबकी परिस्थिति बेहद कठिन थी। पहले प्रदेश में दंगे होते थे, हर जिले में एक माफिया का राज चलता था, जमीन पर कब्जा, अवैध खनन, पशु तस्करी, बेटी एवं व्यापारी पर खतरा जैसी परिस्थितियां थी। 2017 में आई सरकार ने माफिया को समाप्त किया। आज सरकार ने गरीबी उन्मूलन, रोजगार आदि भारी भरकम योजनाओं को धरातल पर उतार करके प्रत्येक क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी बनाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के उत्कर्ष के आठ वर्ष पूर्ण हुए है। प्रदेश में हर क्षेत्र में विकास हुआ है। युवा सशक्तिकरण, महिला सशक्तिकरण व्यापार सुरक्षा विरासत संरक्षण का कार्य इन आठ वर्षो में तेजी से बढ़ा है। इन आठ की वर्षो की तुलना 2017 से पहले 70 वर्ष तक किये गये कार्यो से किया जाये तो यह आठ वर्ष भारी पड़ते हैं। प्रदेश की इस विकास यात्रा में प्रदेश वासियों ने डबल इंजन की सरकार का सदैव साथ दिया है। इसमें प्रधानमंत्री जी का मार्ग दर्शन एवं जनता का अर्शीवाद था। इन कार्यो के परिणामस्वरूप जो यूपी पहले देश का बीमारू राज्य था, आज वह देश का ग्रोथ इंजन बन गया है। जो यूपी पहले देश के विकास का बैरियर माना जाता था वह आज विकास का ब्रेक थ्रू बना है। यह उपलब्धि प्रदेश ने अपनी युवा शक्ति, श्रमिक शक्ति एवं किसानों के कठिन परिश्रम के बल पर प्राप्त किया है। इसने प्रदेश को देश में नम्बर दो की अर्थव्यवस्था बनाने में योगदान दिया है।
सीएम योगी ने कहा कि पूर्व की सरकार में जहां एक जिला-एक माफिया का बोलबाला था वहीं उनकी सरकार ने एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) और एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज जैसी योजनाओं से प्रदेश को प्रगति पथ पर आगे बढ़ाया। इन योजनाओं से प्रदेश में व्यापक परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहा कि 2017 के पूर्व प्रदेश में जहां निवेश नहीं आता था, वहीं अब यह निवेश के लिहाज से देश का सर्वोत्तम गंतव्य बन गया है। यहां का पर्यटन क्षेत्र देश का सबसे अच्छा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में अच्छी सड़कें ही नहीं थीं। आज यूपी देश में सबसे अधिक एक्सप्रेसवे, सबसे बेहतरीन रेल और एयर कनेक्टिविटी वाला, सबसे ज्यादा मेट्रो वाला राज्य बन गया है। आज उत्तर प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन, आलू उत्पादन, गन्ना और एथेनाल उत्पादन में नम्बर वन है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में बदलाव टीमवर्क, जनता के सहयोग, प्रशासनिक अधिकारियों से कार्य कराने की इच्छाशक्ति के बदौलत संभव हुआ है। परिश्रम की पराकाष्ठा को लगातार बढ़ाकर सभी के सहयोग के साथ यह कार्य बढ़ाया जा रहा है। विकास के लिए सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज बेहतरीन कार्यो के परिणाम स्वरूप नये भारत के एक नये उत्तर प्रदेश का निर्माण हुआ है। आज नये उत्तर प्रदेश में नये गोरखपुर भी सबके सामने है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर की विकास यात्रा सबने देखी है। 2017 से पूर्व फर्टिलाइजर बंद था। आज वह प्रारम्भ हो चुका है। वहां एसएसबी का एक कार्यालय, सैनिक स्कूल, एवं केन्द्रीय विद्यालय भी संचालित है। एक ही परिसर में चार कार्यालय संचालित हो रहे है।
सीएम ने कहा कि कहा कि गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय है। 2017 से पूर्व केवल दो विश्वविद्यालय थ। पांचवे विश्वविद्यालय, फॉरेस्ट्री यूनिवर्सिटी का भी निर्माण होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में सड़कों की कनेक्टविटी बहुत अच्छी हुई है। गोरखपुर से लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर, सोनौली, देवरिया जाने वाले सभी मार्ग आज फोरलेन बन चुके है। गोरखपुर शहर में भी सड़को का जाल बिछाया गया है। 2017 से पूर्व एयरपोर्ट से मेडिकल कॉलेज या गोरखनाथ मंदिर जाने के लिए एक घण्टे से भी ज्यादा समय लगता था। आज फोरलेन की सड़कों के कारण यह दूरी दस मिनट में पूरी हो जाती है। स्पोर्टस कालेज, जेल बाईपास के मार्ग भी फोरलेन हो चुके है। हार्बट बांध एवं माधोपुर बांध के भी चैड़ीकरण की कार्यवाही चल रही है। पाण्डेयहाता से आर्यनगर होते हुए धर्मशाला बाजार तक विरासत गलियारा का निर्माण कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। गोरखनाथ मंदिर से हडहवा फाटक होते हुए एचएन सिंह चैराहा तक मंदिर मार्ग का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज शहर हो या गांव, गोरखपुर में सभी मार्ग फोरलेन या टूलेन हो चुके है। हजारो करोड़ों के रूपये की लागत से ओवरब्रिज, फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। राजघाट के पास नये पुल बन रहे है। गोरखनाथ फ्लाईओवर के पास एक और फ्लाईओवर बन रहा है। अब नेपाल से लखनऊ जाने वाले लोगों को शहर में आने की जरूरत नही पड़ती है। अब वह जंगल कौड़िया से सीधे कालेसर होते हुए चले जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में ढेर सारे कार्य किये गये है। सहजनवा में अटल आवासीय विद्यालय बना है। प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय भटहट में बनकर तैयार हो चुका है। गोरखपुर जनपद में एक लाख से अधिक लोगो को आवास योजना का लाभ मिल चुका है। प्रदेश में 56 लाख गरीबों को आवास की सुविधा का लाभ दिया गया। प्रदेश के 15 करोड़ लोग फ्री में राशन, एक करोड़ से अधिक लोगों को 12 हजार सालाना की दर से वृद्धावस्था पेंशन, निराश्रित पेंशन, दिव्यांग पेंशन का लाभ, 22 लाख बेटियों को मुख्यमंत्री सुमंगला योजना का लाभ, पौने पांच लाख बेटियों को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में लाभ दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सामूहिक विवाह योजना में में एक अप्रैल के बाद एक लाख रुपये का अनुदान प्रदेश सरकार देने जा रही है।
सीएम योगी ने कहा कि कला के संरक्षण और कलाकारों के सम्मान हेतु प्रदेश में एक फिल्म सिटी का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाज की जीवंतता के लिए कला बहुत लाभदायक है। कला को संरक्षण एवं कलाकार को प्रोत्साहन की जरूरत होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में फर्टिलाइजर में एक हजार, एम्स में एक हजार लोगों को नौकरी मिली है। अन्य संस्थानों में भी युवाओं को नौकरियां प्राप्त हुई है। गीडा में निजी निवेश से3 50 हजार लोगों को नौकरी प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि गीडा में इंडियन ग्लाईकाल में 400 करोड़, इंडियन आटो व्हील्स में 400 करोड़, अपोलो ट्यूबस में 320 करोड़, प्लास्टिक पार्क में 70 करोड़ के साथ अन्य कंपनियों में भी करोड़ो का निवेश हुआ है। इस निवेश के माध्यम से 50 हजार युवाओं को नौकरी प्राप्त हुई है। गीडा में ही 1200 करोड़ की लागत से केयान डिस्टलरी चालू होने वाली है। वरूण वेबरेज ने 1071 करोड़, तत्वा प्लास्टिक ने 200 करोड़, सीपी मिल्क एण्ड फूड प्रोडक्ट्स ने 100 करोड़ के निवेश को गीडा क्षेत्र में धरातल पर उतारा है। इन निवेशों के परिणाम स्वरूप युवाओं को उनके घर में ही रोजगार मिल रहा है। आज गोरखपुर में नये नये विकास हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विकास के सतत कार्यों से गोरखपुर स्मार्ट सिटी बन गया है। यहां इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। ट्रैफिक और स्वच्छता की सीसीटीवी से निगरानी हो रही है। सीसीटीवी से बेटियों और व्यापारियों की सुरक्षा में भी मदद मिल रही है। यदि किसी ने उनकी सुरक्षा में दुस्साहस किया तो सीसीटीवी कैमरे से पकड़ में आकर यमराज के मार्ग पर चला जाएगा। सीएम ने कहा कि की जिले में चार नए नगर पंचायत घघसरा बाजार, उनवल, उरूवा बाजार, चौमुखा बनाये गये हैं। गोरखपुर में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अन्तर्गत सवा लाख युवाओं को निशुल्क स्मार्टफोन, टैबलेट दिये गये है। वे इसके माध्यम से आनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं। गोरखपुर में एक पशु चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण हो रहा है। यहा एक हार्टीकल्चर एवं फारेस्ट्री विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। गोरखपुर में दो नये पालिटेक्निक, 23 डिग्री कालेज, चार नये आईटीआई भी बनकर तैयार है। यहा बने सैनिक स्कूल पर 176 करोड़ रूपये खर्च किये गये हैं। सहजनवा में 71 करोड़ की लागत से अटल आवासीय विद्यालय का भी निर्माण किया गया है। गोरखपुर में 2.94 लाख लोगों को उज्जवला योजना, 38 हजार 700 स्ट्रेट वेण्डर को स्वनिधि योजना के अन्तर्गत सस्ते दर पर ऋण, लाख लोगों को निःशुल्क खाद्यान्न एवं 11 लाख 40 हजार से अधिक लोगो को आयुष्मान योजना का लाभ दिया गया है। गोरखपुर में 2.31 लाख लाभार्थियों को अटल पेंशन, 71 हजार 594 महिलाओं को निराश्रित पेंशन, 1 लाख 67 हजार 131 वृद्धजनों को वृद्धवस्था पेंशन एवं 24 हजार 698 दिव्यांगजनों को दिव्यांग पेंशन की सुविधा दी जा रही है। गोरखपुर में 698 आंगनबाड़ी भवन व 555 पंचायत सचिवालय का निर्माण किया गया हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में 50 हजार 879, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 50 हजार 662 एवं मुख्यमंत्री आवास योजना में 2 हजार 632 जनों को आवास की सुविधा का लाभ दिया गया है।
सीएम योगी ने कहा कि आज डबल इंजन की सरकार में विकास के साथ विरासत का संरक्षण भी है। जनपद में बुढ़िया माई मंदिर, तरकुलहा देवी मंदिर, मानसरोवर मंदिर, मुक्तेश्वरनाथ मंदिर के साथ विभिन्न गुरुद्वारों के सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया है। आज यूपी में अयोध्या, काशी, मथुरा के तीर्थ स्थलों के विकास को देखकर दुनिया भर के लोग अभिभूत हो जाते है। विरासत एवं विकास की यह यात्रा प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ-सबका विकास’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।
विकास और उपलब्धियों पर आधारित प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री ने किया अवलोकन
प्रदेश और गोरखपुर में विगत आठ वर्षों में हुए अभूतपूर्व विकास और हासिल उपलब्धियों पर आधारित तीन दिवसीय प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री ने शुभारंभ करने के बाद यहां लगाए गए 20 विभागों-संस्थाओं के स्टालों का अवलोकन किया। कार्यक्रम स्थल पर सूचना विभाग की तरफ से एक विस्तृत गैलरी में विकास प्रदर्शनी भी लगाई गई है, मुख्यमंत्री ने इस गैलरी का भ्रमण कर प्रदर्शित विकासपरक उपलब्धियों को भी देखा।
50 दिव्यांगजन को सीएम ने गिफ्ट किया ट्राइसाइकिल
प्रदेश सरकार के आठ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जनसभा को संबोधित करने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 50 दिव्यांगजन को ट्राइसाइकिल और मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल गिफ्ट किया। 25 दिव्यांगजन को ट्राइसाइकिल और 25 को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल प्राप्त हुए। इस अवसर पर सीएम ने ट्राइसाइकिल रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया।
कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को किया सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने मंच पर विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को उपकरण व प्रमाण पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने दिव्यांगजन को यंत्र, उपकरण, युवाओं को टैबलेट, पात्रों को आयुष्मान कार्ड, युवाओं को सीएम युवा योजना के तहत ऋण तथा एनआरएलएम व कृषि के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र का वितरण किया।
कार्यक्रम को बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान, गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ला ने भी संबोधित किया। दोनों ने गोरखपुर के विकास के विकास को अभूतपूर्व और अकल्पनीय बताया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, फतेह बहादुर सिंह, श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।