ब्यूरो: UP NEWS: पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने कई इलाकों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया है। कई घरों के क्षतिग्रस्त होने, फसलें बर्बाद होने, पेड़ और बिजली के खंभे गिरने और लोगों और जानवरों के मारे जाने की खबरें आई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभावित इलाकों के अधिकारियों को इस परिस्थिति को देखते हुए जल्द से जल्द राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को प्रभावित इलाकों का व्यक्तिगत रूप से दौरा करना चाहिए ताकि स्थानीय लोगों की समस्याओं को समझा जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि राहत कार्यों में देरी न हो। अगर कोई घायल हुआ है तो तुरंत उपचार की योजना बनाई जानी चाहिए। सरकारी नियमों के मुताबिक, जिन लोगों के घर नष्ट हो गए हैं या जिनके जानवर मारे गए हैं, उन्हें भी तुरंत मुआवजा मिलना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को उचित सहायता मिले, इसके लिए अधिकारियों को सर्वेक्षण करना चाहिए और अगर खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो गई हैं तो जल्द से जल्द परिणाम सरकार को सौंपना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने जलभराव की समस्या पर ध्यान देने का आग्रह किया और निर्देश दिया कि इन क्षेत्रों में जल निकासी योजनाओं को प्राथमिकता दी जाए।
आपको बता दें कि गुरुवार को भी आंधी-बारिश के कारण उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा अप्रैल के आखिरी सप्ताह में यूपी के कई जिलों में भयंकर आंधी-बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। कई किसानों की सब्जियां, गेहूं और आम की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई थीं। कई जगहों पर टीन की छतें और कच्ची झोपड़ियां उड़ गईं।
इससे पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संकट के दौरान संवेदनशीलता दिखाते हुए त्वरित कार्रवाई की मिसाल पेश की। उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि कोई भी पीड़ित खुद को अकेला महसूस न करे और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों तक सरकारी सहायता तुरंत पहुंचे।
प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि भोजन, पेयजल, दवाइयां और राहत सामग्री की तत्काल व्यवस्था की जाए। जल्द से जल्द सामान्य जनजीवन बहाल हो और सरकार आम लोगों तक सहायता पहुंचाने के लिए काम कर रही है।