Friday 22nd of November 2024

Justice DY Chandrachud: जस्टिस चंद्रचूड़ का उत्तर प्रदेश से भी रहा है नाता, विदाई समारोह में किया जिक्र

Reported by: PTC News उत्तर प्रदेश Desk  |  Edited by: Md Saif  |  November 10th 2024 12:44 PM  |  Updated: November 10th 2024 12:44 PM

Justice DY Chandrachud: जस्टिस चंद्रचूड़ का उत्तर प्रदेश से भी रहा है नाता, विदाई समारोह में किया जिक्र

ब्यूरो: Justice DY Chandrachud: भारत के मुख्य न्यायधीश के रूप में दो साल का कार्यकाल पूरा करने वाले जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) का शुक्रवार, 8 नवंबर 2024 को अंतिम कार्य दिवस था। वे रविवार, 10 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे। उनकी जगह जस्टिस संजीव खन्ना अगले चीफ जस्टिस होंगे। आखिरी वर्किंग डे दिन चीफ जस्टिस ने 45 केस की सुनवाई की। जस्टिस चंद्रचूड़ 13 मई 2016 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से सुप्रीम कोर्ट में प्रमोट किए गए थे। अपने कार्यकाल में CJI चंद्रचूड़ 1274 बेंचों का हिस्सा रहे। उन्होंने कुल 612 फैसले लिखे।

   

इस समारोह में CJI ने कहा, 'मैं दिल से सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन को धन्यवाद देना चाहता हूं। मेरी मां ने मुझे बचपन में कहा था कि मैंने तुम्हारा नाम धनंजय रखा है। लेकिन तुम्हारे 'धनंजय' का 'धन' भौतिक संपत्ति नहीं है। मैं चाहती हूं कि तुम ज्ञान अर्जित करो...।'

    

जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ देश के 16वें सीजेआई थे। उनका कार्यकाल 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक था। जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपने पिता के 2 फैसलों को पलटा था। सीजेआई चंद्रचूड़ के कार्यकाल में कोर्ट और ज्यादा हाईटेक हुआ। इनमें ई-फाइलिंग में सुधार, पेपरलेस सबमिशन, पेंडिंग केस के लिए व्हाट्सएप अपडेट, डिजिटल स्क्रीन, वाई-फाई कनेक्टिविटी, एडवांस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, पेंडिंग केस की लाइव ट्रैकिंग और सभी कोर्टरूम से लाइव स्ट्रीमिंग शामिल हैं।

    

जस्टिस चंद्रचूड़ का उत्तर प्रदेश से भी गहरा नाता है

शुक्रवार, 8 नवंबर को जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपने विदाई भाषण में इस बात का जिक्र किया। जस्टिस चंद्रचूड़ ने बताया कि जब वे दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ते थे तो उस दौरान एक वैकल्पिक विषय का चयन करना होता था। "सभी दोस्त फिलॉसफी विषय ले रहे थे, क्योंकि इस विषय में एक रात पढ़कर पास हो जाते थे। लेकिन मेरे पिता ने मुझे हिंदी लेने को कहा, मेरा मन हिंदी लेने का नहीं था। लेकिन हिंदी लेकर मैंने हिंदी के महान लेखकों के बारे में पढ़ा। मैंने महादेवी वर्मा, रामधारी सिंह दिनकर, निराला, आदि को पढ़ा। फिर जब मैं बॉम्बे हाईकोर्ट में था तो मुझे इलाहाबाद हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया। तब मुझे लगा कि हिंदी पढ़ना भी कितना जरूरी होता है।"

      

सीजीआई चंद्रचूड़

बॉम्बे हाई कोर्ट ने उन्हें जून 1998 में सीनियर एडवोकेट के रूप में नामित किया। 29 मार्च 2000 को बॉम्बे हाई कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त होने से पहले उन्होंने अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में कार्य किया। बाद में वे 31 अक्टूबर 2013 को इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने। जस्टिस चंद्रचूड़ ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में बीए, दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी और हार्वर्ड लॉ स्कूल से एलएलएम किया है।

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