लाखों का बजट खर्च करने के बावजूद फर्रुखाबाद में पनप रहा मलेरिया और डेंगू का मच्छर, सरकारी विभाग पर लापरवाही का आरोप
फर्रुखाबाद: जिले में डेंगू के मच्छर को लेकर जिला प्रशासन लगातार अपनी फाइलों में मच्छरों को आम जनमानस का खून नहीं पीने दे रहा है, लेकिन तस्वीर चिराग तले अंधेरा की कहानी बयां कर रही हैं.
फर्रुखाबाद में डेंगू-मलेरिया का अटैक!
फर्रुखाबाद का मलेरिया विभाग जहां एक ओर लाखों रुपये पानी की तरह है बहा रहा है तो वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी कार्यालय में बनाया शौचालय गंदगी की वजह से मच्छर को पनपाने में कामयाब हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर स्पोर्ट्स स्टेडियम फतेहगढ़ में बना नाला इन मच्छरों के लिए स्वर्ग साबित हो रहा है. यहां पर बच्चे खेलने के लिए स्वस्थ मन से आते हैं, लेकिन यहां ये मच्छर इनको मौत के मुहाने तक ले जाने के लिए काफी है.
वहीं दूसरी ओर विकास भवन से 10 कदम की दूरी पर बना शौचालय भी इन मच्छरों को पालने का काम कर रहा है. यानी की जिन अधिकारियों के कंधों पर डेंगू के मच्छर को मारने की कवायत है वही लोग इनको पाल भी रहे हैं और तो और मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के सामने गड्ढे में भरा पानी भी इस बात का सबूत है कि कहीं न कहीं मलेरिया विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर इन मच्छरों को पालने का काम कर रहे हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े
800 लीटर केमिकल छिड़काव के लिए जनपद में उपलब्ध हुआ. जनपद में 7 ब्लॉक हैं. सात ब्लॉकों में 800 लीटर केमिकल छिड़काव के लिए भेज दिया गया. यानी की 800 लीटर केमिकल पानी में बहा दिया गया. साथ ही हम जब विभाग की जानकारी लेने विभाग तो विभाग की लैब में ताले लटक रहे थे. अधिकारी कुर्सी पर नहीं थे, पूछने पर बताया गया कि फील्ड में काम कर रहे हैं, लेकिन जब फोन से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया की 4800 स्लाइड हमने सभी ब्लॉकों से बनवाई थी. जिसमें से सात लोग डेंगू से पॉजिटिव पाए गए हैं.
लैब बंद है कर्मचारी है नहीं
28 लोगों का स्टाफ एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के अलावा कोई नहीं है. जब हमने जिला क्रीड़ा अधिकारी से नाले में पनप रहे मच्छरों के बारे में जानने की कोशिश की तो उन्होंने बताया कि वह कई बार शासन को इस नाले को बंद करने की गुजारिश कर चुके हैं. इसमें डेंगू के मच्छर पनपते हैं, इसको बंद करने के लिए जिला प्रशासन को कई बार कहा जा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई अभी तक नहीं हुई है. इससे हमारी बिल्डिंग को भी नुकसान हो रहा है.
वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनेंद्र कुमार का कहना है कि हमारी टीम लगातार काम कर रही हैं. डेंगू के मच्छरों के लिए स्लाइड बनाई जा रही है, छिड़काव चल रहा है, लेकिन साहब अपना ही कार्यालय चेक करना भूल गए.