बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में गवाह होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने उमेश पाल की हालिया हत्या के मद्देनजर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार से सुरक्षा की मांग की है। व्यक्ति की पहचान कौशांबी जिले के चकपिन्हा गांव के निवासी ओम प्रकाश पाल के रूप में हुई है, जिसने एक वायरल वीडियो में यह दावा किया है।
एएसपी समर बहादुर ने कहा कि पुलिस ने वायरल वीडियो पर संज्ञान लिया है और उससे संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। वीडियो में बताया जा रहा है कि वह राजू पाल हत्याकांड का गवाह है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करेंगे। ओम प्रकाश ने उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या के बाद उनकी जान को खतरा होने का दावा करते हुए राज्य सरकार से सुरक्षा की मांग की।
उन्होंने दावा किया कि गैंगस्टर अतीक अहमद का शूटर अब्दुल कावि पास के एक गांव में रहता था और सालों से पुलिस की पहुंच से दूर है। उन्होंने आगे दावा किया कि अब्दुल ने 2020 में राजू पाल हत्याकांड में गवाही नहीं देने की धमकी दी थी। उसके न मानने पर अब्दुल ने उस पर गोली चला दी और ओम प्रकाश अपनी जान बचाने के लिए भाग गया।
उसकी शिकायत के बाद सरायकिल कोतवाली में एक मामला भी दर्ज किया गया था जिसके बाद पुलिस ने अब्दुल को पकड़ने के प्रयास किए। पुलिस ने उसके सिर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। तीन मार्च को उसके आने की सूचना मिलने पर पुलिस ने उसके आवास पर छापा मारा था। उसके घर के अंदर से बम सहित अवैध हथियार बरामद किए गए हैं।
उन्होंने कहा, मैं भी राजू पाल के साथ कार में था। मेरे सामने एक गोली चलाई गई थी। गोली दिन के उजाले में चलाई गई थी। हमारे एक गवाह की अभी-अभी मौत हुई है। मैं दूसरा गवाह हूं। मुझे सुरक्षा की जरूरत है। उन्होंने दावा किया कि योगी जी से मेरा अनुरोध और कुछ नहीं बल्कि मुझे सुरक्षा प्रदान करने का है। मैं राजू पाल हत्याकांड में मौके पर था, जहां उन्हें दिनदहाड़े गोली मार दी गई थी।