उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के एक मौलवी मौलाना तौकीर रजा को हिंदू संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर बुधवार को दिल्ली से तिरंगा यात्रा निकालने के उनके आह्वान के पर नजरबंद कर दिया गया है। पुलिस और आईबी के अधिकारी पहले बरेली में तौकीर रजा के आवास पर पहुंचे थे।
रजा को घर में नजरबंद रखा गया है क्योंकि उन्होंने बजरंग दल और विहिप जैसे दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए मुस्लिमों खासकर युवाओं को बरेली से राष्ट्रपति भवन तक की यात्रा में शामिल होने का आह्वान किया था।
यात्रा शुरू करने के लिए तौकीर रजा को कल दोपहर 12 बजे इकट्ठा होना था और 20 मार्च को दिल्ली राष्ट्रपति भवन पहुंचना था। इससे पहले इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा ने विवाद खड़ा कर दिया कि जो लोग हिंदू राष्ट्र की मांग करते हैं उन पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू राष्ट्र की मांग मुस्लिम युवाओं को एक अलग मुस्लिम राष्ट्र की मांग के लिए प्रेरित कर सकती है। 25 फरवरी को तौकीर रज़ा खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'धृतराष्ट्र' कहा और कहा कि पीएम को 'दुर्योधन' और 'दुशासन' पर लगाम लगानी चाहिए जो देश में मॉब लिंचिंग में लिप्त हैं।