मिर्ज़ापुर: मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट निर्माणाधीन विंध्य कॉरिडोर में काम कर रहे मजदूरों ने काम ठप कर धरना देना शुरू कर दिया है. आखिर क्यों मजदूरों ने ऐसा कदम उठाया, यहां पढ़िए.
जानकारी के मुताबिक, ये मामला विंध्याचल थाना क्षेत्र के मां विंध्यवासिनी मंदिर के पास का है. मजदूरों का आरोप है कि स्थानीय लोगों ने उनके साथ अभद्रता और मारपीट की है. जिसके बाद मजदूर काम रोक कर गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक काम ठप रहेगा.
बता दें, मिर्जापुर के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर का काम चल रहा है. यहां राजस्थान से मजदूर आकर पत्थर तराशने का काम कर रहे हैं. शुक्रवार को मजदूर वीआईपी गेट पर काम कर रहे थे. आरोप है कि इस दौरान स्थानीय व्यक्ति वहां पहुंचा और उसने गेट खोलने के लिए कहा. लेकिन वहां काम चल रहा था जिसके कारण गेट नहीं खोला गया.
गिरफ्तारी के बाद ही शुरू होगा काम- मजदूर
आरोप है कि गेट न खुलने पर स्थानीय दबंग व्यक्ति ने काम कर रहे हैं मजदूर को थप्पड़ जड़ दिया, जिससे नाराज मजदूरों ने काम ठप कर दिया है और मजदूर धरने पर बैठ गए हैं. मजदूरों की मांग है कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक काम ठप रहेगा. वहीं मौके पर पुलिस पहुंच कर मजदूरों को समझाने और धरना समाप्त करने की कोशिश की.
विंध्याचल धाम में बन रहा है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट का शिलान्यास एक अगस्त 2021 को गृह मंत्री अमित शाह ने किया था. 331 करोड़ के विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्ट का काम तब से यहां पर लगातार चल रहा है. निर्माणाधीन विंध्य कॉरिडोर के काम में परिपथ का काम 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है. कयास लगाया जा रहा है लोकसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण कर सकते हैं, जिसको लेकर काम तेजी से रात दिन हो रहा है. मजदूरों से काम करा रहे सुपरवाइजर रमेश सैनी ने कहा कि स्थानीय लोगों के वजह से कम नहीं हो पा रहा है. मजदूर कोई काम करने को अब तैयार नहीं है. इनके खिलाफ कार्रवाई होगी तभी मजदूर काम पर वापस जाने को बोल रहे हैं.