ब्यूरो: नाग पंचमी भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। भारत, नेपाल और हिंदू आबादी वाले अन्य दक्षिण एशियाई देशों में लोग इस हिंदू त्योहार पर नागों की पारंपरिक पूजा करते हैं। नाग पंचमी श्रावण के शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है। इस बार नाग पंचमी 21 अगस्त 2023 को पड़ रही है। नाग पंचमी का त्योहार देशभर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
क्यों इतनी महत्वपूर्ण मानी जाती है नाग पंचमी?
हिंदू धर्मग्रंथों और महाकाव्यों में सांप या नागा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। महाभारत, नारद पुराण, स्कंद पुराण और रामायण जैसे ग्रंथों में सांपों से जुड़ी कई कहानियां हैं। एक और कहानी भगवान कृष्ण और नाग कालिया से जुड़ी है, जहां कृष्ण यमुना नदी पर कालिया से लड़ते हैं और अंत में मनुष्यों को दोबारा परेशान न करने के वादे के साथ कालिया को माफ कर देते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार नाग पंचमी पर नागों की पूजा करने से भक्त को सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
सावन के सोमवार के कारण और भी बढ़ गया महत्व
21 अगस्त 2023 को पड़े नाग पंचमी का एक विशेष महत्व है क्योंकि आज सोमवार भी है और सावन का महीना भी चल रहा है जो भगवान शिव का महीना माना जाता है और नाग भगवान शिव के आभूषण के रूप में देखे जाते हैं ज्योतिषाचार्य और धर्माचार्य का मानना है कि आज भगवान नागवासुकी पूजा करने से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं। आज सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में भक्त प्रयागराज स्थित भगवान नागवासुकी के मंदिर पर दूध और जल अर्पण करने पहुंचे। लंबी-लंबी भक्तों की कतार को देखकर आस्था का सैलाब साफ देखने को मिलता है। नागपंचमी का यह पर आज दोपहर 2:10 तक ही है इसलिए जहां एक और भक्त भगवान शिव की पूजा करने में लीन है वहीं दूसरी ओर नाग वासुकी मंदिर पर भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है।