मथुरा: कृष्ण की नगरी में जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. क्योंकि यहां सैकड़ों की संख्या में अवैध पैथोलॉजी लैब और अस्पतालों का संचालन हो रहा है.
एक तरफ योगी सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने और अवैध रूप से अस्पतालों के संचालन पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दे रही है, लेकिन दूसरी तरफ मथुरा का प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कुम्भकर्णीय नींद सोए हुए हैं. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की शह पर मथुरा जनपद में 300 से ज्यादा पैथोलॉजी लैब्स और सैकड़ों की संख्या में अवैध रूप से अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है. इतना ही नहीं इस अवैध अस्पतालों का संचालन झोलाछाप डॉक्टर कर रहे हैं.
अवैध अस्पतालों और लैब पर कब होगी कार्रवाई?
सीएमओ डॉ अजय कुमार वर्मा से इस पूरे मामले पर बात की तो उन्होंने बताया कि मथुरा जनपद में केवल 12 लैबों का ही रजिस्ट्रेशन हुआ है, जब कार्रवाई की बात पूछी तो वो पिछले साल हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी देने लगे. इस साल स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक अवैध लैब और अस्पताल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
शिकायतों के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई!
आपको बता दें पिछले साल जिन अवैध लैब और अस्पतालों पर कार्रवाई हुई थी, वहीं अस्पताल और लैब अभी भी संचालित किए जा रहे हैं. बता दें कृष्ण की नगरी मथुरा में बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालुओं का भी आना जाना होता है. इस तरह स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ रही है. वहीं लोगों की ओर से भी आए दिन तमाम शिकायतें दी जाती हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही.
सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर इन अवैध पैथोलॉजी लैब और अस्पतालों पर कार्रवाई कब होगी या ये इसी तरह लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे?