प्रयागराज: वकीलों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में अधिवक्ताओं का धरना, जिला अदालत और हाईकोर्ट में काम बंद
प्रयागराज: हापुड़ में वकीलों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज की घटना के बाद वकीलों में घटना को लेकर खासा रोष है. इसी कड़ी में प्रदेशभर में चार लाख से ज्यादा अधिवक्ताओं ने न्यायिक काम बंद कर दिए हैं.
अधिवक्ताओं ने सोमवार को यूपी बार काउंसिल और इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के आह्वान पर अपना रोष व्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की.
वकीलों के विरोध के चलते जिला अदालत, इलाहाबाद हाईकोर्ट सभी का कामकाज ठप है. अधिवक्ताओं ने अपना रोष जताते हुए न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया है. प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं की मांग है कि वकीलों पर हुए लाठीचार्ज की घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. इसी के साथ ही वकीलों पर दर्ज मामलों को वापस लेने की भी मांग उठाई गई है.
वहीं इस प्रदर्शन के बीच वकीलों की हड़ताल के कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने आज लगे मुकदमों में प्रतिकूल आदेश पारित न करने का चीफ जस्टिस से अनुरोध किया है. इससे पहले भी इलाहाबाद हाईकोर्ट और लखनऊ बेंच ने हापुड़ की घटना के विरोध में 30 अगस्त को एक दिवसीय न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया था.
जालौन में भी अधिवक्ताओं का प्रदर्शन
वहीं जालौन में भी अधिवक्ताओं ने अपनी तीन दिवसीय हड़ताल की सोमवार को शुरुआत की. हापुड़ और गाजियाबाद की घटना को लेकर वकीलों ने काम बंद कर दिया. इसी के चलते वकीलों ने अपनी पांच मांगों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजा. वकीलों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया.
फर्रुखाबाद में भी जमकर नारेबाजी
फर्रुखाबाद में भी हापुड़ की घटना को लेकर जोरदार प्रदर्शन हुआ. विरोध में अधिवक्ताओं ने न्यायालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. साथ ही हापुड़ की घटना को लेकर जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और हापुड़ के डीएम और एसपी को हटाए जाने की मांग की.