ब्यूरोः संगम नगरी प्रयागराज में तमसा नदी पर बने नए पुल में दरार आ गई है। पुल में दरार आने के कारण गाड़ियों के आवागमन पर रोक लगा दी है, लेकिन पुल की मरम्मत के बाद दोबारा शुरू कर दिया है। उधर, पुल पर दरारें आने के कारण सरकारी अमले में हड़कंप मच गया है। वहीं, लापरवाही और भ्रष्टाचार की बुनियाद पर खड़े इस पुल पर अब सियासत शुरू हो गई है।
यूपी को मध्य प्रदेश से जोड़ता है ये पुल
जानकारी के अनुसार पिछले सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3357 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण किया था, जिसमें यह पुल भी शामिल था। ये पुल तहसील बारा, मेजा और कोरांव मिर्जापुर सहित दो राज्य एवं तीन जिलों को मध्य प्रदेश से जोड़ता है। इस पुल के निर्माण होने से यूपी और मध्य प्रदेश के 200 गांवों के लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद थी।
पुल के चालू होने के 10 घंटे में आई दरार
इस पुल का निर्माण तकरीबन 63 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है, जिसकी आधारशिला साल 2021 में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रखी थी, लेकिन पुल के चालू होने के 10 घंटे के बाद इसमें दरारें पड़ गईं, जो पुल निर्माण को लेकर एक सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। फिलहाल इस पूरे मामले में शासन ने जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि शीघ्र ही टेक्निकल टीम इसकी जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
प्रयागराज में मुख्यमंत्री जी द्वारा उद्धाटित पुल का 10 घंटे में ही दरक जाना एक गंभीर विषय है, जबकि कुंभ मेले का समय पास आता जा रहा है। भ्रष्टाचार के कमजोर स्तंभों पर मज़बूत पुल कैसे बन सकते हैं? गुजरात में भी ऐसा ही हुआ था। जन-जीवन की सुरक्षा के लिए आग्रह है, ‘गुजरात का विकास…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 1, 2023
अखिलेश ने साधा निशाना
इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में मुख्यमंत्री जी द्वारा उद्धाटित पुल का 10 घंटे में ही दरक जाना एक गंभीर विषय है, जबकि कुंभ मेले का समय पास आता जा रहा है। भ्रष्टाचार के कमजोर स्तंभों पर मजबूत पुल कैसे बन सकते हैं? गुजरात में भी ऐसा ही हुआ था। जन-जीवन की सुरक्षा के लिए आग्रह है, ‘गुजरात का विकास मॉडल’ यहाँ न लगाया जाए।