गाजीपुर बॉर्डर पर तनाव का माहौल, किसानों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की, प्रदर्शनकारियों ने हटाई बैरिकेडिंग
गाजियाबाद: धरने पर बैठे पहलवानों का मुद्दा लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं पहलवानों के समर्थन में आई भारतीय किसान यूनियन रविवार को पंचायत करने वाली है.
21 मई को पहलवानों के समर्थन में हरियाणा के रोहतक में सर्वखाप महापंचायत हुई. इस पंचायत में 28 मई को नए संसद भवन में खापों की महिला महापंचायत करने का फैसला लिया गया. जिसमें देशभर से महिलाओं के अलावा खाप और किसान नेताओं के पहुंचने की बात कही गई. इसी कड़ी में यूपी, हरियाणा, राजस्थान से किसान और खाप के सदस्य पहुंच रहे हैं. वहीं सुरक्षा के मद्देनजर गाजीपुर बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेडिंग रास्ते से हटाया. इसके बाद पुलिस से हाथापाई और झड़प हो गई. जिसके बाद गाजीपुर बॉर्डर पर किसान सड़क पर धरने पर बैठ गए. वहीं राकेश टिकैत के गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने पर किसानों का जोश और भी बढ़ गया.
बता दें गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. चेकिंग के बाद ही दिल्ली पुलिस वाहनों आगे जाने दे रही है. वहीं किसानों को दिल्ली में धारा 144 का हवाला देकर रोकने की कोशिश की गई थी. जानकारी के मुताबिक, कई जिलों के पदाधिकारियों को नजर बंद भी किया गया है.
गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे टिकैत
राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने के बाद कहा कि लोग सरकार में है उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होती, हम दिल्ली जा रहे हैं तो हमें रोका जा रहा है. आखिरकार क्यों क्या वजह है? पहलवानों के साथ गलत हो रहा है सरकार साफ करें कि जो लोग सरकार में हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी और जो सरकार में नहीं है उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. धरना प्रदर्शन एक ही जगह चलेगा अभी हम गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हैं.
वहीं बुलंदशहर में जंतर मंतर जाने से रोके जाने पर भाकियू (टिकैत) कार्यकर्ता भड़क उठे. जिसके बाद उन्होंने NH34 को जाम कर दिया और नेशनल हाइवे पर ही धरने पर बैठ गए. वहीं नेशनल हाइवे जाम की सूचना के बाद एसपी सिटी और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची.