ब्यूरो: Lucknow: उत्तर प्रदेश एसटीएफ और पंजाब पुलिस को गुरुवार तड़के संयुक्त अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। पंजाब के अमृतसर निवासी आतंकी लाजर मसीह को कौशांबी के कोखराज थाना इलाके से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आतंकवादी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के जर्मनी स्थित मॉड्यूल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी के लिए काम करता है। वह महाकुंभ में विध्वंश करने के उद्देश्य से प्रयागराज पहुंचा था। उसने पुलिस से पूछताछ में लखनऊ, कानपुर, और कौशांबी रुकने की बात कही है।
#WATCH | लखनऊ: बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) और ISI मॉड्यूल का सक्रिय आतंकी लाजर मसीह UP STF और पंजाब पुलिस के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार | उत्तर प्रदेश DGP प्रशांत कुमार ने कहा, "मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस है...UP पुलिस की STF और पंजाब पुलिस द्वारा एक… pic.twitter.com/42UB89Q3U9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 6, 2025
उत्तर प्रदेश के डीजीपी, प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। साथ ही, उत्तर प्रदेश को आतंकवाद और राष्ट्र विरोधी तत्वों से मुक्त करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस, एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) लगातार सक्रिय रूप से काम कर रही है। महाकुंभ के आयोजन से पहले कुछ खतरनाक सूचनाएं मिली थीं, जिसमें विध्वंस की योजना थी।
गाजियाबाद में बनवाया फर्जी आधार कार्ड
पुलिस के मुताबिक, पन्नू नामक एक शख्स जो न्यूयॉर्क में रहता है, ने महाकुंभ के दौरान बड़ी घटना की धमकी दी थी, लेकिन हमारी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क थीं। इस संदर्भ में यूपी एसटीएफ की टीम को आतंकवादी की मौजूदगी की सूचना मिली थी। जांच में यह सामने आया कि इस आतंकवादी ने गाजियाबाद में फर्जी आधार कार्ड बनवाने और पासपोर्ट के लिए आवेदन करने की कोशिश की थी। इसके पास कुछ ऐसा गोला-बारूद भी था, जिससे महाकुंभ के दौरान कोई बड़ी घटना अंजाम दी जा सकती थी।
पाकिस्तान के आईएसआई एजेंटों के संपर्क में
डीजीपी के मुताबिक, यह आतंकवादी आईएसआई के संपर्क में था और पंजाब में उसके हैंडलर थे। ड्रोन के माध्यम से वह असलहा और बारूद एक जगह से दूसरी जगह भेजता था। पीलीभीत में मारे गए एक आतंकी से भी इसकी कई बार बातचीत हुई थी। पंजाब में हुई घटनाओं में गोला-बारूद मुहैया कराना इसी आतंकी का था। इसके अलावा, यह जेल में बंद रहते हुए उन कैदियों से मिलता था जो पाकिस्तान के आईएसआई एजेंटों के संपर्क में थे। इन तथ्यों को पंजाब पुलिस के साथ साझा किया जाएगा और आगे की जांच की जाएगी।
पुलिस की सतर्कता से आतंकी के मंसूबे हुए फेल
प्रशांत कुमार ने बताया कि जब अतीक अहमद को यूपी लाने की बात उठी थी, तो यह सवाल भी खड़ा हुआ था कि पाकिस्तान से शस्त्र और मादक पदार्थ ड्रोन के माध्यम से लाए जाते हैं, जिसे अब प्रमाणित किया गया है। इस आतंकवादी ने बड़े घटनाक्रम को अंजाम देने के बाद पुर्तगाल जाने की योजना बनाई थी और इसके लिए पासपोर्ट बनवाने का प्रयास कर रहा था। पूछताछ में इसने कुछ और आतंकियों के नाम भी बताए हैं, जो यूएसए, पुर्तगाल और कतर में रहते हैं। ये लोग सिग्नल ऐप पर इसके संपर्क में थे। महाकुंभ के दौरान इसे कोई बड़ी घटना करने की योजना थी, लेकिन पुलिस की सतर्कता से वह अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाया।