लखनऊ/जय कृष्ण: प्रयागराज जिले में नवविवाहित बेटी की मौत के बाद मायके पक्ष के लोगों ने सास-ससुर को जिंदा जला दिया गया। बेटी की मौत से नाराज परिजनों ने पहले मारपीट की फिर घर का दरवाजा बंद कर आग लगा दी। जिससे जिंदा जलकर सास ससुर की मौत हो गई।आग लगने की सूचना पर पुलिसकर्मी पहुंचे। रेस्क्यू कर 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसके बाद फायर ब्रिगेड को बुलाया। 3 घंटे में टीम ने आग पर काबू पाया। फिर घर के अंदर गई, तो 2 लोगों की डेडबॉडी मिली।
दरअसल, सोमवार को घरवालों को पता चला कि उनकी बेटी की मौत हो गई है। घरवाले वहां पहुंचे, तो लाश फंदे से लटक रही थी। यह देखते ही घरवाले भड़क गए। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। देखते-देखते काफी लोग जुट गए। पहले ससुराल वालों से मारपीट की। फिर उन्हें घर में बंद कर दिया और आग लगा दी।
मृतकों की शिनाख्त लड़की के ससुर राजेंद्र केसरवानी और सास शोभा देवी के रूप में हुई है। धूमनगंज के झलवा की रहने वाली आंशिका केसरवानी की शादी के साल पहले मुट्ठीगंज के अंशु से हुई थी। रात में अंशिका ससुराल में रस्सी के फंदे से लटकी मिली। खबर मायके वालों को मिली, तो काफी लोग मुट्ठीगंज पहुंच गए।
ससुराल और मायके वालों के बीच जमकर मारपीट हुई। अंशिका के मायके वाले हत्या का आरोप लगा रहे थे। रात करीब 12 बजे हंगामा बढ़ गया और मायके वालों की भीड़ ने ससुराल वालों को घर में बंद कर आग लगा दी। अंशु के मकान के नीचे फर्नीचर की दुकान है। गेट बंद कर घर फूंके जाने से अफरा-तफरी मच गई।
मुट्ठीगंज समेत कई थानों की फोर्स ने पहुंच हंगामा संभाला। अंशु के बगल के घरों को खाली कराया। गुस्साए मायके वालों को पुलिस ने सख्ती कर वहां से हटाया। इसके बाद किसी तरह से 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया गया। रात 12 बजे से टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। करीब 3 घंटे में दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया।