वाराणसी में एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेते लेखापाल किया अरेस्ट, इस काम के लिए मांगे थे 10 हजार रुपये
ब्यूरोः वाराणसी में एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेने वाले कर्मचारियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में एंटी करप्शन की टीम ने सदर तहसील के कमौली क्षेत्र के चकबंदी लेखपाल वीरेंद्र प्रताप चतुर्वेदी को हुकुलगंज में 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। इस मामले में एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वतखोर लेखापाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
ये है मामला
जानकारी के अनुसार चौबेपुर थाना के कमौली गांव निवासी चंद्रजीत यादव को अपनी पैतृक जमीन को चक आउट कराने के लिए चकबंदी लेखपाल वीरेंद्र प्रताप चतुर्वेदी से रिपोर्ट लगवानी थी। आरोप है कि रिपोर्ट लगाने के लिए चंद्रजीत से वीरेंद्र 10 हजार रुपये की मांग कर रहा था। रुपये न देने पर रिपोर्ट न लगाने की बात कह रहा था।
इससे परेशान होकर शिकायतकर्ता ने इस मामले को लेकर एंटी करप्शन की वाराणसी इकाई से संपर्क किया। एंटी करप्शन की टीम ने शिकायतकर्ता को 10 हजार रुपये के नोट पर केमिकल लगाकर दिया। इसके साथ ही बृहस्पतिवार की दोपहर हुकुलगंज में एनडीआरएफ कार्यालय के गेट के समीप लेखपाल को रुपये देने के लिए बुलाने के लिए कहा। तय जगह और समय पर वीरेंद्र पहुंचा।
शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये के नोट लेकर लेखापाल गिन ही रहा था। इसी दौरान इंस्पेक्टर राकेश बहादुर सिंह, इंस्पेक्टर नीरज कुमार सिंह, इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार और इंस्पेक्टर योगेंद्र कुमार की टीम मौके पर पहुंच गई और उसे दबोच लिया। गिरफ्तार करने के बाद लेखपाल को सिगरा थाने ले जाकर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 व 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया और उसे पुलिस को सौंप दिया गया।ृ
चकबंदी लेखापाल को किया गिरफ्तार
इस मामले में एंटी करप्शन अधिकारी ने कहा कि रिश्वत लेते हुए एक चकबंदी लेखापाल को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि वह शिकायतकर्ता से जमीन की रिपोर्ट लगाने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है।