ब्यूरो : डॉ.राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (आरपीएनएलयू) के पहले सत्र का औपचारिक शुभारंभ शुक्रवार को किया गया। भारत के मुख्य न्यायाधीश डॉ. डीवाई चंद्रचूड़ ने विधिवत पहले सत्र का शुभारंभ किया। सीजेआई ने कहा कि न्याय पर अंग्रेजी का ठप्पा न लगाएं। ताकि न्याय हर घर, हर द्वार और हर दृदय तक पहुंचे। अदालती आदेश देश का हर नागरिक समझ सके। इस मौके पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली, जस्टिस मनोज मिश्रा और मनोज कुमार गुप्ता के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे।
डॉ.राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (आरपीएनएलयू) के पाठ्यक्रम का शुभारंभ होने के साथ ही यह विश्वविद्यालय पूरी तरह से गतिशील हो गया है। यहां सबसे पहले बीएएलएलबी की पढ़ाई शुरू होगी, जिसके लिए प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। पारंपरारिक पाठ्यक्रमों के साथ इस विश्वविद्यालय में छात्रों को नए जमाने के कानून से जुड़े नए पाठ्यक्रम पढ़ाए जाएंगे, जो छात्राें के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगे।
धर्म, ज्ञान और न्याय की त्रिवेणी, प्रयागराज में आज भारत गणराज्य के मुख्य न्यायाधीश मा. न्यायमूर्ति डॉ. डी.वाई. चंद्रचूड़ जी के कर-कमलों से डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का विधिवत शुभारंभ हुआ।उत्तर प्रदेश के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।आप सभी को हार्दिक बधाई… pic.twitter.com/BG45lM2VYb
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 16, 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुशासन की पहली शर्त रूल ऑफ लॉ है। बिना बार और बेंच के यह संभव नहीं है। प्रयागराज केवल गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम ही नहीं, धर्म, ज्ञान और न्याय की त्रिवेणी भी है। योगी ने कहा कि युवा अधिवक्ताओं के लिया राज्य सरकार प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएगी।