ब्यूरो : उत्तर प्रदेश के 38 जिलों में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान गुरुवार सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुआ। 38 जिलों में अंतिम चरण के स्थानीय निकाय चुनाव के लिए वोट डालने के लिए लोग मतदान केंद्रों पर कतार में खड़े हैं। पहले चरण का मतदान 4 मई को हुआ था।
मेयर की 17, नगरसेवक की 1420, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष की 199, नगर पालिका परिषद सदस्य की 5327, नगर पंचायत अध्यक्ष की 544 और नगर पंचायत सदस्य की 7178 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार कानपुर देहात, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, बांदा, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, बाराबंकी, अमेठी, बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही, मेरठ , हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, बागपत, बुलंदशहर, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, एटा, कानपुर नगर, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, औरैया।
हालांकि मतदान शुरू होने के तुरंत बाद, अयोध्या के एक मतदान केंद्र से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में तकनीकी गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं।
आपको बता दें कि इससे पहले राज्य चुनाव आयोग ने कहा था कि राज्य के 760 शहरी स्थानीय निकायों की 14,684 सीटों पर चुनाव होंगे। स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण में 52 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
37 जिलों में 4 मई को हुए पहले चरण के मतदान में औसतन 52 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो 2017 के चुनावों में इन जिलों में दर्ज मतदान प्रतिशत से 5.52 प्रतिशत कम था।