सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में भाजपा पर निशाना साधते हुए दावा किया कि 'इलाहाबाद हत्याकांड' में मृतक सत्ता पक्ष का सदस्य था। यादव ने सवाल किया कि पार्टी की छवि खराब करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को कब धूल में मिलाएंगे और मंत्री जी को कब पद से हटाया जाएगा।
उन्होंने सवाल किया कि 'इलाहाबाद हत्याकांड' में मृतक भाजपा का सदस्य था और पैसे के मामले में आ जिसका नाम आ रहा है वह भी भाजपा का मंत्री है। आखिर सरकार एनकाउंटर कर कौन सा राज छिपा रही है।
बता दें कि 2005 में पूर्व बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाला शख्स सोमवार को प्रयागराज पुलिस के साथ मुठभेड़ में ढेर हो गया। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान विजय चौधरी उर्फ उस्मान के गर्दन, सीने और जांघ में गोली लगी थी।
हालांकि उस्मान की पत्नी सुहानी ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि दिन में उसे उठाकर फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया। प्रयागराज में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी ने प्रयागराज की मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी पर शाइस्ता परवीन को इस मामले में उलझाने के लिए साजिस रचाने का आरोप लगाया है।
नूरी ने राज्य सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता पर अतीक अहमद से लिए गए 5 करोड़ रुपये नहीं लौटाने का भी आरोप लगाया। अपने ऊपर लगे आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए 'नंदी' ने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में कानून का राज है! उन्होंने कहा कि निराधार आरोप केवल मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाने और गुमराह करने का एक असफल प्रयास है।