Year Ender 2023: साल 2023 की चार्चित घटनाएं, 4 सेकेंड में 44 साल के आतंक का खात्मा, प्यार में सरहद पार आ गई सीमा हैदर
लखनऊ / जय कृष्ण: वर्ष 2023...कई मायनों में बहुत कुछ ऐसा हुआ जो नया और अनूठा था। कई घटनाएं...उपलब्धियां और नए चलन हर किसी को हैरान कर गए। इनमें आने वाले समय को बदलने की क्षमता भी नजर आई। साल 2023 अपनी तमाम यादों के साथ विदा ले रहा है। इस साल कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिन्होंने इतिहास रच दिया। कई घटनाओं ने हमें अचंभित किया तो कुछ घटनाओं ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर असर डाला। कहीं खुशियों के आंसू छलके तो कहीं दुआ के लिए हाथ उठे और प्रार्थना के लिए हाथ जुड़ गए। कुल मिलाकर 2023 अपनी उन सभी यादों को समेटकर एक पोटली के रूप में हमारे पास छोड़े जा रहा है, जिन यादों को हम वर्षों-बरस अपनी आंखों और दिल में बिठाकर रखेंगे। कुछ को हम भूल जाना चाहेंगे, लेकिन भूल नहीं पाएंगे। जबकि कुछ यादों को हम अपनी उपलब्धियों के रूप में संजोकर रखेंगे।
साल 2023 कि वह अपराधिक घटनाएं जो चर्चा का विषय बनी
साल 2005 की बगावत 2023 में खत्म
यूपी के प्रयागराज जिले के धूमनगंज इलाके में एक सफेद क्रेटा कर में सवार राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की ताबड़तोड़ गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में उमेश पाल के दो सुरक्षा कर्मियों को भी गोली लगी। एक सिपाही की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे सिपाही ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना को 24 फरवरी 2023 को अंजाम दिया गया। 44 सेकंड में 7 शूटर्स ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी। जिसका सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ था।
माफिया अतीक अशरफ के आतंक का 4 सेकंड में खेल खत्म
उमेश पाल हत्याकांड का एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ था। जिसमें अतीक अहमद का बेटा असद अपने गुर्गों के साथ उमेश पाल पर फायरिंग करते हुए नजर आया था। इसके बाद उमेश पाल की पत्नी ने अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ समेत नौ लोगों पर अपने पति की हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। 15 अप्रैल 2023 को प्रयागराज पुलिस नीले रंग की जीप में अतीक अहमद और अशरफ को कॉल्विन अस्पताल के पास लेकर पहुंची। दोनों के हाथों में हथकड़ियां पड़ी हुई थी। दोनों से मीडिया कर्मियों ने सवाल करने शुरू किया, इसी दौरान आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। गोली सीधे आतीक के सिर में और दूसरी अशरफ को लगी। दोनों के मौके पर ही मौत हो गई। इतिहास में शायद पहली बार किसी हत्याकांड को मीडिया के कमरों ने लाइव रिकॉर्ड किया था।
दो जाति, 6 लोगों की मौत और एक गांव
यूपी के देवरिया जिले में रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के फतेहपुर गांव में 2 अक्टूबर को सुबह छह बजे जमीन के विवाद में एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य की धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई थी। इससे नाराज पूर्व जिला पंचायत सदस्य के पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर पति-पत्नी और उसकी तीन संतानों की गोली मार कर और धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी, जबकि एक बेटा कभी रूप से घायल हो गया था। जिसे मारा हुआ समझकर हत्यारोंपियों ने छोड़ दिया था। पूरी घटना में 6 लोगों की मौत हुई थी इस घटना से यूपी की राजनीति में हलचल पैदा हो गई।
वेस्ट यूपी में खौफ का पर्याय बने अनिल दुजाना का अंत
पश्चिमी यूपी के कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना 4 मई को एसटीएफ के मुठभेड़ में मर गया। एसटीएफ और गौतम बुद्ध नगर पुलिस उसकी तलाश में खाद छान रही थी। अनिल दुधाना के खिलाफ लूट हत्या डकैती समेत 65 मुकदमे दर्ज थे। मेरठ में एसटीएफ के एसपी बृजेश सिंह के नेतृत्व में टीम ने उसे गंग नहर पर भोला की झील पर अनिल दुजाना को घेर लिया, अनिल दुजाना ने पुलिस पर फायरिंग शुरू की और जवाबी फायरिंग में मर गया। अनिल दुजाना दोनों हाथों से पिस्तौल चलाना जानता था।
लखनऊ कोर्ट में संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या
लखनऊ के एससीएसटी कोर्ट रूम में 7 जून को मुख्तार अंसारी के बेहद गरीबी खुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की ताबड़तोड़ गोलियां मार कर हत्या कर दी गई। वकील के लिबास में आए हमलावर विजय यादव ने इस हत्याकांड की वारदात को अंजाम दिया था। हत्या का षड्यंत्र रचने का आरोप कुख्यात बदमाश बदन सिंह पर लगा है। संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को कोर्ट रूम में पेश किया गया था। इसी दौरान फायरिंग शुरू हो गई। पुलिस रिकार्ड बताते हैं, कि संजीव के खिलाफ मुजफ्फरनगर में 17, उत्तराखंड में पांच, गाजीपुर जनपद में एक, फर्रुखाबाद जनपद में एक और लखनऊ में कुल 25 मुकदमे दर्ज थे।
2023 की वह तस्वीर, जो बेइंतहा दर्द और मातम की याद दिला देंगी
दबंगों ने जला दिया गैंगरेप पीड़िता का बच्चा
इस घटना की शुरुआत साल 2022 से होती है। फरवरी महीने में उन्नाव जिले की 11 साल की बच्ची के साथ पड़ोस के रहने वाले पांच लड़कों ने गैंगरेप किया। गैंगरेप की वारदात के बाद पीड़िता गर्भवती हो गई। इसका पता उसे तब चला जब घटना के साथ महीने बीत गए। गैंग रेप पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया। तभी जमानत पर बाहर आए आरोपियों ने 17 अप्रैल 2023 को पीड़िता को लाठी डंडों से पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने छप्पर में आग लगा दी और पीड़िता के बच्चे को इस आग में झोक दिया जिससे वह 45 फ़ीसदी तक झुलस गया।
अधिकारियों के सामने जिंदा जल गई मां बेटी, तमाशा देखते रहे अधिकारी
यूपी के कानपुर जिले में 15 पुलिस कर्मियों और राजस्व की टीम कब्जा खाली करने मंडोली गांव पहुंची। अचानक इतने अधिकारियों को देखकर घर में आराम कर रहे कृष्ण गोपाल दीक्षित और उनकी पत्नी प्रमिला बाहर निकली। पुलिस अधिकारियों ने जमीन पर अवैध कब्जा बताते हुए भूमि को खाली करने के लिए कहा। परिवार ने बताया कि कोर्ट में कैसे चल रहा है, लेकिन अधिकारी नहीं माने। उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी। इसी दौरान झोपड़ी में आग लग गई और कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला और बेटी नेहा मौत हो गई।
एंबुलेंस नहीं पहुंची तो राज भवन के पास सड़क पर हुई डिलीवरी
राजधानी लखनऊ में 8 महीने की गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी। परिजनों ने एंबुलेंस बुलाने के लिए फोन किया, लेकिन काफी देर के इंतजार के बावजूद एंबुलेंस नहीं पहुंची। परिवार के लोगों ने महिला को ई रिक्शा में बैठाया और अस्पताल की तरफ ले जाने लगे। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला की हालत बिगड़ गई। ई रिक्शा को राजभवन से कुछ ही मीटर दूर रोका गया। वहां से गुजर रही कुछ औरतों ने महिला की हालत को देखते हुए तुरंत एक पर्दे से महिला को कवर किया और उसकी डिलीवरी कराई। डिलीवरी के बाद महिला तो सुरक्षित बच गई लेकिन बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत होने के बाद डिप्टी सीएम बृजेश पाठक उसका अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट तक गए थे।
5 हजार के लिए मां की हत्या, 800 किलोमीटर दूर अंतिम संस्कार करने पहुंचा बेटा
16 दिसंबर को प्रयागराज से आई खबर ने सभी को हैरान कर दिया। दरअसल बिहार के रहने वाले हिमांशु ने पांच हजार रुपए के लिए अपनी मां की हरियाणा में हत्या कर दी थी। उसने अपनी मां से पांच हजार रुपए मांगे थे, लेकिन मां ने इनकार कर दिया। जिसके बाद हिमांशु को गुस्सा आया और उसने मां का गला दबा दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद उसने अपनी मां के शव को सूटकेस में रखा और हरियाणा से गाजियाबाद पहुंच गया। गाजियाबाद से वह ट्रेन बदलकर प्रयागराज आ गया। उसने पुलिस को बताया कि मां की मौत के बाद उसे पछतावा होने लगा इसीलिए वह मोछ दिलाने के लिए संगम आया था।
2023 की लव स्टोरी, जो चर्चा का विषय बनी
दो देश, दो पति और चार बच्चे, प्यार में सरहद पार आई सीमा हैदर
पाकिस्तान की रहने वाली सीमा हैदर ऑनलाइन PUB - G गेम खेलते-खेलते भारत के ग्रेटर नोएडा में रहने वाले सचिन के प्यार में दीवानी हो गई। वह अपने पति को छोड़कर चार बच्चों के साथ भारत आ गई। यह प्रेम कहानी देश भर में चर्चा का विषय बन गई। इसके बाद सीमा और सचिन ने हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली।
8 फीट की दीवार से पूर्व सीएम ने लगाई चलांग
राजनेता जयप्रकाश नारायण की 11 अक्टूबर 2023 को जयंती के मौके पर पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर पहुंचे थे। जहां एलडीए ने केंद्र के में गेट पर ताला लगा दिया था। उन्हें अंदर जाने से रोकने के लिए गेट को बंद कर दिया गया, रास्तों पर टीन की चादरें लगा दी गई। इसके बाद अखिलेश यादव का पारा हाई हो गया और वह 8 फीट का गेट फांदकर अंदर घुस गए। उन्होंने प्रतिमा पर ढका कपड़ा हटाया और जयप्रकाश नारायण को माला पहनाई।
सरस पर सियासत, इंसान और पक्षी की दोस्ती
अमेठी जिले का आरिफ अपने खेतों में काम कर रहा था, तभी आरिफ को खेत में एक सरस दिखाई दिया। सरस के पैरों में चोट लगी थी। आरिफ ने सरस को उठाया और अपने साथ घर ले गया। घर में उसके पैरों में दवा लगाई और पट्टी बांधी। जिससे सरस कुछ ही दिनों में ठीक हो गया। आरिफ को लगा कि सरस अपने आप घर से उड़ जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सरस आरिफ के साथ ही आने-जाने लगा और साथ बैठकर ही खाने लगा। आरिफ और सारस की दोस्ती की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पूर्व सीएम अखिलेश यादव आरिफ से मिलने गांव पहुंच गए। आरिफ और सारस की दोस्ती चर्चा में आई तो वन विभाग की टीम सरस को अपने साथ लेकर चली गई। इस पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने काफी नाराजगी भी जताई थी।